यह भी पढ़ेंः जनेऊ धारण करने से इतनी बीमारियों से मिलता है छुटकारा, जानकर आप दंग रह जाएंगे राष्ट्रपति शासन में अधिक सुरक्षित रहेंगे विनोद ग्रोवर का कहना है कि पिछले तीन साल से जम्मू-कश्मीर सरकार से कोई सहयोग नहीं मिलता है। भंडारे और यात्रा की सुरक्षा का जिम्मा कश्मीर पुलिस का होता है, लेकिन वे लोग सुरक्षा के नाम पर देश के अन्य हिस्सों से गए लोगों से अभद्र व्यवहार करते हैं। अधिकारी तो शालीनता से बात करते हैं, लेकिन सिपाही और दरोगाओं को तो श्रद्धालुओं से बात करने की तहजीब तक नहीं होती। सुरक्षा के नाम पर वे पूरे दल को एक ही जगह रखते हैं। ऐसा लगता है जैसे अपनेे ही देश में हम बंधक बन गए हो। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का यह फैसला बिल्कुल सही है। इससे कश्मीर के हालात में भी सुधार होगा और अमरनाथ यात्रियों को अपने जवानों के साथ यात्रा करने को मिलेगी। उन्होंने कहा जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद यात्रियों की सुरक्षा भारतीय सैनिकों और बीएसए के जवानों के हाथ में होगी। जिसमें यात्री अपने आपको अधिक सुरक्षित महसूस करेगा। उन्होंने पिछले तीन साल के अनुभव के आधार पर बताया कि कश्मीर के हालात बहुत खराब हैं। वहां पर आप कहीं जा नहीं सकते। वहां पर जाकर ऐसा लगता है कि जैसे कि हम किसी दूसरे देश में आ गए हों। वहां के लोगों में हिन्दुस्तान के प्रति नफरत भरी हुई है। यह कैसी विडंबना है कि अपने ही देश में प्राकृति के स्वर्ग में हम खुलेआम नहीं घूम सकते।