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Akshaya Tritiya 2021: 700 साल बाद बन रहा विशेष योग, इन चीजों को खरीदने से खुलेगी किस्मत!

akshaya tritiya 2021 date and puja vidhi
चंद्रमा मिथुन और सूर्य मेष राशि में होने से बन रहे शुभ योग। अक्षय तृतीया पर की गई पूजा का मिलेगा कई गुना फल।

मेरठMay 12, 2021 / 11:24 am

Rahul Chauhan

मेरठ। akshaya tritiya 2021 date and puja vidhi. इस बार अक्षय तृतीया 14 मई (akshaya tritiya date) को मनाई जा रही है। अक्षय तृतीया पर इस बार मानस योग लग रहा है जो कि करीब 700 साल बाद आ रहा है। ज्योतिषाचार्य भारत ज्ञान भूषण के अनुसार इस योग में की गई पूजा का कई गुना फल मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस बार की अक्षय तृतीया इस कारण से और भी शुभ हो जाती है क्योकि इसमें चंद्रमा मिथुर राशि और सूर्य अपनी मेष राशि में विराजमान रहेंगे। इससे अक्षय तृतीया पर्व की महत्वता और अधिक बढ जाती है। उन्होंने बताया कि इस स्वयं सिद्ध अबूझ मुहूर्त में स्वर्ण आभूषण, केसर और हल्दी खरीदना अधिक शुभ रहेगा।
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ज्योतिषाचार्य के मुताबिक कोरोना का दूसरा दौर जो भारत में आया है उसका ज्योतिषीय कारण भी समझना जरूरी है। 13 अप्रैल से भारतीय पंचांग के अनुसार नवसंवत्सर 2078 प्रारम्भ हो गया। जिसके राजा व मंत्री दोनों ही पाप ग्रह मंगल हैं। इस संवत्सर का नाम ही ‘राक्षस’ है। अशुभ राहु ही राक्षस है तथा वर्तमान में वहीं कोरोना वायरस है। इस संवत्सर की उदय लग्न कुण्डली वृष लग्न की है जिसमें राहु विराजे हैं। अतः इस समय राहु नामक कोरोना वायरस का क्षेत्राधिकार हमारा देश खासतौर से हो गया है। आसपास के अन्य देश नहीं।
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कोरोना को दूर करने के लिए करें ये उपाय

प्रत्येक घर में इन उपायों से अक्षय तृतीया पर कोरोना नामक राक्षक दूर होगा। घर के दक्षिण-पश्चिम के मध्य नैऋत्य राक्षस दिशा में घड़े या स्टील के बर्तन में तम्बाकू घुला पानी राहु के रूप में रखें। इस जल में तम्बाकू का एक भी दाना ना लें पर चन्दन इत्र या चन्दन घोल दें। इससे कोरोना वायरस रूपी राहु घातक ना हो सकेगा। इसके बाद घर के पूर्व-उत्तर के मध्य ईशान दिशा में मिट्टी या पीतल, तांबे का कलश, लोटापात्र में गंगाजल या पवित्र जल डालकर शुद्ध जल से भर दें तथा जल में हल्दी,केसर घोल दें तथा पीने का पानी व सभी औषधि पास में ही रखा करें और सेवन करते रहें। उपरोक्त गंगाजल पात्र के समीप ही मोती, चावल, चांदी सफेद अंगोछे में रखें। इस तरह घर के मुखिया सहित प्रत्येक सदस्य के साथ पेय जल व औषधि की ‘‘क्वांटम फ्रीक्वेंसी’’ ट्यून्ड होकर इस प्रकार कार्य कर सकेगी कि ‘‘बैक्टिरिया फोस’’ हानिकारक वायरस को नष्ट करती रहे।

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