यह भी पढ़ेंः बारिश ने तोड़ दिया 40 साल पुराना रिकार्ड, लंबे समय तक ठंड बने रहने का भी बना कीर्तिमान पिछले साल सरकार के कुछ महत्वपूर्ण निर्णयों को लेकर वेस्ट यूपी में गड़बड़ी फैलाने के आतंकी इनपुट मिले हैं। माना जा रहा है कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने, राम मंदिर पर फैसले और सीएए को लेकर जैश-ए-मोहम्मद समेत कई आतंकी संगठन तिलमिलाए हुए हैं और हिंसा करने की साजिश रची जा सकती है। सीएए को लेकर मेरठ समेत कई जनपदों में उपद्रव को देखते हुए भी इस बार गणतंत्र दिवस पर कड़ी चौकसी बरती जाएगी।
यह भी पढ़ेंः CAA के विरोध में 35 हजार लोगों के हस्ताक्षर का पत्र भेजा चीफ जस्टिस को, पीआईएल दाखिल की मांग Video एडीजी प्रशांत कुमार ने शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के धार्मिक स्थलों पर फोकस किए जाने के निर्देश दिए हैं। इसके अंतर्गत संबंधित थाने अपने-अपने क्षेत्रों के धार्मिक स्थलों पर रखरखाव करने वालों के साथ बैठकें करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा मेरठ शहर को जोन और सेक्टर में बांटा जाएगा। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित करके यहां पीएसी और आरएएफ की तैनाती पर मंथन चल रहा है। एडीजी ने आईजी रेंज, डीआईजी और सभी एसएसपी के साथ बैठक में गणतंत्र दिवस पर पुलिस का पहरा कड़ा करने के निर्देश दिए हैं।