यह भी पढ़ें- प्रियंका गांधी ने रविदास मंदिर में मत्था टेका, कहा सच्चे धर्म में राजनीति नहीं होती, भेदभाव नहीं करता दरअसल, शनिवार को प्रदेश मे ऊर्जा मंत्री और जनपद के प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा कलेक्ट्रेट स्थित विकास भवन में जिले के अधिकारियों और भाजपा नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे। प्रभारी मंत्री द्वारा बैठक किए जाने की जानकारी मिलते ही मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर त्यागी के नेतृत्व में सैकड़ों अधिवक्ता नारेबाजी करते हुए विकास भवन के बाहर पहुंच गए और वहां पर हंगामा खड़ा कर दिया। पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर विकास भवन का दरवाजा बंद कर दिया, जिसके बाद अधिवक्ताओं की नारेबाजी तेज हो गई और वह विकास भवन के गेट के सामने ही धरना देकर बैठ गए।
इसी दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष अनुज राठी जब प्रभारी मंत्री की बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे तो विकास भवन के गेट के बाहर धरना दे रहे अधिवक्ताओं ने हंगामा करते हुए उन्हें दौड़ा लिया। मामले की जानकारी मिलते ही एडीएम सिटी अजय तिवारी और एसएसपी अजय साहनी तत्काल ही बैठक से निकलकर बाहर आए और हंगामा कर रहे अधिवक्ताओं को समझा-बुझाकर शांत करने का प्रयास किया।
काफी देर तक चले अधिवक्ताओं के हंगामे के बाद जिला बार संघ अध्यक्ष महावीर त्यागी के नेतृत्व में अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा से मिला। जहां पर अधिवक्ताओं ने पुलिस और प्रशासन पर भाजपा विधायक दिनेश खटीक समेत सभी आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया। अधिवक्ता रामकुमार शर्मा ने मांग उठाई कि सभी आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए। बार संघ अध्यक्ष महावीर त्यागी ने बताया कि अधिकारियों ने शाम तक प्रभावी कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने हिदायत दी है कि यदि सोमवार तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो आंदोलन उग्र होगा।