यह भी पढ़ेंः बुलंदशहर बवाल में मारे गए इंस्पेक्टर के समर्थन में आयी इस पार्टी ने राष्ट्रपति से की ये बड़ी मांग इस मुद्दे पर जब एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बुलंदशहर हिंसा के बाद एसआईटी का गठन कर दिया गया है और एसआईटी पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि एसआईटी पूरे मामले के सभी पहलुओं पर जांच कर अपनी रिपोर्ट सौपेंगी। साथ ही एडीजी ने कहा पुलिस द्वारा एक व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया गया है और लोगों से अपील की गई है कि वे इस हिंसा से जुड़े ऑडियो और वीडियो इस नंबर पर भेजें और भेजने वालों के नाम गुप्त रखे जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके नतीजे भी प्राप्त हो रहे हैं। लोगों को इसकी जानकारी होने के बाद वे वाट्सअप ग्रुप पर जो भी आॅडियो, वीडियो हैं उनको शेयर कर रहे हैं।
यह भी पढ़ेंः सीएम योगी के बाद भाजपा विधायक संगीत सोम ने दलितों पर ये बयान देकर फैला दी सनसनी, देखें वीडियो इसके अलावा उन्होंने बताया कि अब तक सैकड़ों वीडियो इस नंबर पर आ चुके हैं और इन सभी वीडियोज की जांच की जा रही है। साथ ही बुलंदशहर हिंसा में मारे गए सुमित के मुद्दे पर एडीजी ने कहा सुमित का नाम एफआईआर में दर्ज है और उसे हटाया नहीं जाएगा हालांकि सुमित की इसी हिंसा में मौत हो गई है । एडीजी ने कहा कि पूरे मामले की जांच एसआईटी मामले की जांच कर रही है और किसी भी सूरत में आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं पुलिस सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार फौजी जीतू को सेना ने बुलंदशहर पुलिस के हवाले कर दिया है। सूत्रों के अनुसार पुलिस उसको लेकर बुलंदशहर के लिए रवाना हो चुकी है।