मेरठ। कोहरा वाहन चालकों के लिए काल बनता जा रहा है। हाइवे और ईस्टर्न पैरीफेरल एक्सप्रेस वे पर कोहरे का शिकंजा दिनों-दिन कसता जा रहा है। जिस कारण हादसों में वृद्धि होती रही है। कोहरे के कारण ईस्टर्न पैरिफेरल एक्सप्रेस वे पर वाहनों के आपस में टकराने का सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा। शनिवार को कोहरे ने पूरे जिले को अपने आगोश में ले लिया। कोहरे के कारण वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
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UP के मुरादाबाद, संभल और अमरोहा में ATS की छापेमारी, सरहद पार से जुड़े जासूसी के तार शनिवार की सुबह करीब एक दर्जन वाहन आपस में कोहरे के कारण भिड़ गए। इन हादसों में कई लोग घायल हो गए।कोहरे के कारण ईपीई पर पहला हादसा लहचैड़ा के पास हुआ जहां पर तीन ट्रक आपस में टकरा गए। एक बाइक भी टकरा गई। इससे चालक समेत कई लोग घायल हो गए। वहीं दिल्ली- सहारनपुर हाइवे पर भी ट्रैक्टर से कार टकराने से बच गई। वहीं रटौल में भी दो बाइक टकरा गई, जिससे तीन लोग घायल हो गए। ईपीई पर बड़ागांव के पास खड़े ट्रक में मिनी बस टकरा गई।
यह भी देखें: सीसीटीवी में चोरी करती कैद हुई दो महिलाएं कुरुक्षेत्र के लाडवा कस्बे से अंकुर परिवार के 12 सदस्यों के साथ मिनी बस से वृंदावन जा रहा था। चालक अरविंद घायल हो गया। इसके अलावा तीन कार आपस में टकरा गई। एक ट्रक डिवाइडर पर चढ़ गया। यमुना पुल के पास भी वाहन आपस में टकरा गए। कोहरे में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस पर हादसे रोकने के लिए अभी तक कोई इंतजाम नहीं है। स्थानीय प्रशासन टोल बूथों पर ही वाहन चालकों को धीरे वाहन चलाने के सावधानी जारी करता है। उसके बाद कहीं कोई सुविधा पूरे हाइवे पर नहीं है। पैरीफेरल एक्सप्रेस वे पर सबसे अधिक हादसे वाहन के सड़क किनारे खड़े होने के कारण होते है। इस एक्सप्रेस वे लगातार हादसे हो रहे हैं।