यह भी पढ़ेंः ‘गांव बंद किसान छुट्टी पर’ अनोखे आंदोलन से जुड़ रहे देशभर के किसान यह भी पढ़ेंः डीजीपी से लेकर एसएसपी तक को एससी-एसटी आयोग ने किया तलब, जानिए पूरा मामला 17 साल के शातिर पर 17 मुकदमें मेरठ की बाल संप्रेक्षण गृह जहां पर हर दूसरे दिन बवाल होता रहता था। बच्चा जेल में बवाल होने के बाद पुलिस भी वहां पर घुसने से डरती थी। बाल संप्रेक्षण गृह में बंद बवाल का आरोपी और कोई नहीं हाइवे पर दुल्हन को गोली मारने का आरोपी हिमांशु उर्फ नरसी था। इस उम्र में भी उसका खौफ मेरठ, मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद क्षेत्रों में है। 17 साल की उम्र में ही हिमांशु पर हत्या, लूट, चोरी और जानलेवा हमले के करीब 17 मुकदमें दर्ज हो चुके हैं।
यह भी पढ़ेंः इनसे भी महीना बांधने पहुंच गया सिपाही, जमकर हुआ हंगामा यह भी पढ़ेंः मायावती ने भूमिहीनों को पट्टे की जमीन दिलार्इ थी, कोर्ट से जीतने के बाद भी अफसर कब्जा नहीं दिला रहे! 2014 में कर चुका है कांस्टेबल की हत्या बाल संप्रेक्षण गृह में जब हिमांशु 2014 में बंद था, उस समय उसने वहां पर बंद बच्चों के साथ बवाल किया था। जिसमें उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक कांस्टेबल ओमकार सिंह की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद 2015 में भी बाल संप्रेक्षण गृह से पेशी पर जाते समय कांस्टेबल को गोली मारकर फरार हो गया था। उस समय बाल संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा व्यवस्था पर भी प्रश्न उठे थे कि उसके पास तमंचा कहां से आया, लेकिन उस दौरान भी मामला दर्ज कर यह पता लगाने का कोई प्रयास नहीं किया गया। तब से अब तक उसने अपराध की दुनिया में अपने कदम ऐसे जमाए कि फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज भी पुलिस उसे तलाश रही है लेकिन उसका कुछ पता नहीं है। मोदीनगर निवासी इस शातिर अपराधी का इतिहास इस छोटी सी उम्र में इतना बड़ा हो गया है कि खुद उसको पकड़ने के लिए एडीजी प्रशांत कुमार ने चेतावनी दे डाली। पुलिस सूत्रों का मानना है कि हिमांशु उर्फ नरसी अपने साथियों धीरज व सूरज के साथ गाजियाबाद में ही कहीं छुपा हुआ है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस की टीम गाजियाबाद में डेरा डाले हुए हैं।