यह भी पढ़ेंः कोरोना से मौत के बाद श्मशान में शव लेकर खड़ी रही एंबुलेंस, 20 घंटे बाद हुआ अंतिम संस्कार, फिर चप्पा-चप्पा सैनिटाइज रुड़की रोड स्थित छठी वाहिनी पीएसी के तीन रंगरूटों समेत चार जवानों और सदर तहसील के रजिस्ट्रार कानूनगो के संक्रमित होने पर खलबली मच गई। सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि इनके संपर्क वाले लोगों की सूची तैयार की जा रही है। सबको क्वारंटीन कर जांच कराई जाएगी। मुफ्तीवाड़ा के रहने वाले 52 वर्षीय मतलूब टीबी के मरीज थे। सोमवार को उनकी मौत हो गई थी। बुधवार को आई रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिला अस्पताल में कोरोना की जांच के लिए सैंपल दिया था। इसके बाद घर ले आए थे, तबीयत ज्यादा खराब होने पर उसी दिन रात 10 बजे मेडिकल कॉलेज ले गए थे। रात में ही शव घर ले आए और सुबह सात बजे छीपी टैंक पर दफीना कर दिया गया था।
यह भी पढ़ेंः श्रमिकों को घर जाने के लिए झेलनी पड़ रही मुश्किलें, सोशल डिस्टेंसिंग की भी उड़ रही धज्जियां छठी वाहिनी पीएसी के ट्रेनिंग सेंटर में 350 रंगरूटों की ट्रेनिंग चल रही है। कोरोना वायरस को लेकर भर्ती बोर्ड मुख्यालय के अलावा शासन से भी सख्त निर्देश हैं कि ट्रेनिंग करने वाले रंगरूटों की ड्यूटी शहर या अन्य इलाकों में न लगाई जाए। पासिंग आउट परेड के बाद ही ड्यूटी ली जा सकती है। इसके बावजूद शहर के ट्रेनिंग सेंटरों में ट्रेनिंग करने वाले पुलिस व पीएसी के रंगरूटों की मदद ड्यूटी में ली गई। पीएसी के चार जवानों के संक्रमित पाए जाने के बाद छठी वाहिनी पीएसी की एच कंपनी ड्यूटी शहर से हटा ली गई है। कंपनी से संबद्ध 74 जवान नवीन मंडी, लिसाड़ी गेट क्षेत्र समेत हॉटस्पॉट इलाकों में ड्यूटी कर रहे थे। सभी जवानों को छठी वाहिनी में ही क्वारंटीन कर दिया गया है। संक्रमण का मामला सामने आने के बाद ट्रेनिंग ले रहे रंगरूटों समेत वाहिनी के सभी 550 जवानों की थर्मल स्कैनिंग भी शुरू कर दी गई है।