मेघा के मुताबिक जब वह 2014 में दिल्ली में पढ़ाई कर रही थी। उस दौरान वह एक संस्था से जुड़ी थी। यह संस्था लावारिस जानवरों की देखभाल का काम करती है। इसी दौरान मेघा ने तीन महीने का एक कुत्ता संस्थान से लिया था और उसका नाम अगस्त रखा था। मेघा अपने कुत्ते अगस्त को लेकर मेरठ आ गई। कुत्ता उसके बाद से मेरठ ही मेघा के परिजनों के पास रह रहा था। मेघा की 2019 में शादी हुई तो वह अपने पति के साथ लंदन चली गईं। कुत्ते को पापा के पास छोड़ गई थीं। दिनेश चंद मिश्रा के मुताबिक 24 सितंबर को जिमखाना मैदान से शिव बारात निकल रही थी। जिसमें तेज आतिशबाजी हो रही थी और लाउडस्पीकर भी बज रहे थे।
शोरशराबा सुनकर अगस्त घबराहट में घर में छिपने की कोशिश कर रहा था। जब वह रात नीचे आए तो जीने का दरवाजा खुला रह गया। इसी बीच अगस्त वहां से भाग गया। उसके बाद उन्होंने अगस्त की तलाश में मेरठ का कोना—कोना छान मारा। लेकिन उसका पता नहीं चला। एक अक्टूबर को मेघा अपने पति मिहिर कमानी के साथ लंदन से मेरठ पहुंची। उसके बाद से वह भी अगस्त को तलाश कर रही है। मेघा ने अगस्त को तलाश करने वालों को 15 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। मेघा ने बताया कि लंदन से आने के बाद उन्होंने कुत्ते की पोस्ट सोशल मीडिया पर भी डाली है। अगस्त के लिए पूरा परिवार परेशान है। घर के सभी सदस्यों को अगस्त से बहुत लगाव है। अगस्त उनके परिवार के सदस्य जैसा था।