हुआ यूं कि मऊ के मुहम्मदाबाद कोतवाली अन्तर्गत बाजार क्षेत्र मे एक सपेरा सांपों का खेल दिखा रहा था। उसके पास कई सांप थे। करतब देखने के लिये लोगों की भीड़ लग गयी। वह सांपों को कभी गले में डाल लेता और कभी उन्हें हाथ में उठाकर खुद को निडर दिखा रहा था, साथ ही लोगों को यह भी बता रहा था कि ये सांप खतरनाक हैं। उसने अपने झोले से अक बड़ा सा अजगर सांप उठाया और उससे करतब दिखाने की कोशिश करने लगा। एंठते हुए अजगर को अपने कंधे पर रखा तो उसने लपेटना शुरू कर दिया। कुछ देर तो मदारी सांप को लपेटने से रोकने में कामयाब हुआ, पर यह ज्यादा देर नहीं चला।
अजगर ने उसकी गरदन को लपेट लिया और कसना शुरू किया। वह छुड़ाने की कोशिश कर रहा था और लोग इसे बड़े ही चाव से देख रहे थे। सपेरे की अपनी जान बचाने की जद्दोजेहद भी लोगों को एक खेल लग रही थी। जब गले पर दबाव ज्यादा हो गया तो सांस रुकने लगी और सपेरा गिर गया। बावजूद इसके लोग इसे करतब ही समझते रहे। कुछ देर ऐसे ही चला, पर तभी एक तमाशबीन को शक हुआ तो उसने पानी लाकर उसके चेहरे पर छींटे मारना शुरू किया और सांप को गरदन से निकाल कर दूर किया। लोगों के होश ही उड़ गए। तत्काल एंबुलेंस बुलाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया। वहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए जिला चिकित्सालय भेजा गया। वहां भी हालत नहीं सुधरी तो उसे वाराणसी रेफर किया गया। यह जानकारी नहीं हो पायी कि सपेरा कौन है और कहां का रहने वाला है।