शौचालय पर लाखों खर्च भी किया गया, परंतु अभी भी शौचालय का काम अधूरा पड़ा हुआ है। यहां पर नियुक्त महिला केयर टेकर ने कभी यहां का ताला नहीं खोला। शौचालय का ताला न खुलने की वजह से आस पास काफी गंदगी फैल गई है। इससे चारों तरफ बदबू फैल गई है। गंदगी की वजह से विभिन्न प्रकार की बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ गई है।
आपको बता दें कि वर्ष 2020-21 में भारत सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवो को स्वच्छ रखने के लिए लाखों रुपए खर्च करके शौचालयों का निर्माण कराया गया। विभाग के अनुसार शौचालय निर्माण के कार्य पूरे हो चुके हैं ,परंतु वास्तविकता इससे काफी अलग है।
इस मामले को लेकर सहायक विकास अधिकारी सुनील कुमार का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।