रघौली गांव निवासी एक महिला उर्मिला देवी ने पुलिस के पास शिकायत की थी कि उसके पास एक अनजान नंबर से फोन आया था कि 2 लाख रुपए पहुंचा दो नहीं तो मैं क्राइम ब्रांच का अधिकारी बोल रहा हूं और तुम्हे जेल भेज दूंगा। महिला ने डर के मारे अपनी देवरानी से एक लाख रुपए लिए और अपना खेत गिरवी रख कर एक लाख रुपया और लेकर गांव के कमलेश राजभर को दिया,जो खुद को क्राइम ब्रांच के अधिकारी का परिचित बता रहा था।
फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी का मुख्य आरोपी कमलेश राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का पूर्व जिलाध्यक्ष और क्षेत्र पंचायत सदस्य भी है। कमलेश राजभर की तस्वीरें सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर और सुभासपा के विधान परिषद सदस्य बिच्छेलाल राजभर के साथ सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर काफी वायरल हो रही हैं। हालांकि ये सुभासपा से अलग हुई महेंद्र राजभर की पार्टी में भी थे परंतु बिच्छेलाल राजभर इनको वापस सुभासपा में ले आए थे और इसके लिए खूब वाहवाही भी बटोरे थे।
परंतु क्राइम ब्रांच का फर्जी अधिकारी बनने के बाद इनकी खूब किरकिरी हो रही है।
हालांकि विधवा महिला को शिकायत पर पुलिस ने इनको इनके दो साथियों के साथ 24 घंटे के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने इन तीनों आरोपियों को लखीपुर बस स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया है।
ये तीनों आरोपी कमलेश राजभर पुत्र शिवचंद राजभर निवासी रघौली,संदीप राजभर पुत्र रामप्रवेश राजभर निवासी दादनपुर अहिरौली, और संदीप राजभर पुत्र रामसमुझ राजभर निवासी माछिल जमीन माछिल है।
आपको बता दें कि क्षेत्र पंचायत सदस्य कमलेश राजभर का विवादों से पुराना नाता रहा है। इसके पहले सोशल मीडिया पर उनकी गाली देते हुए वीडियो खूब वायरल हुई थी।