पौराणिक मान्यताओं के अनुसार आज से सभी दैविक शक्तियां जागृत हो जाएंगी। इसलिए आज के बाद मांगलिक कार्य करना शुभ होता है।
आपको बता दें कि देव उठनी एकादशी जिसे देवोत्थान एकादशी भी कहते हैं कार्तिक शुक्ल पक्ष के एकादशी को मनाई जाती है। कहते हैं कि आषाढ़ शुक्ल पक्ष के दिन देवशयनी एकादशी होती है। इसके बाद भगवान विष्णु 4 महीने की चीर निद्रा में चले जाते है। इस दौरान सभी मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं। आज ही तुलसी विवाह भी मनाया जायेगा।
आपको बता दें कि देव उठनी एकादशी जिसे देवोत्थान एकादशी भी कहते हैं कार्तिक शुक्ल पक्ष के एकादशी को मनाई जाती है। कहते हैं कि आषाढ़ शुक्ल पक्ष के दिन देवशयनी एकादशी होती है। इसके बाद भगवान विष्णु 4 महीने की चीर निद्रा में चले जाते है। इस दौरान सभी मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं। आज ही तुलसी विवाह भी मनाया जायेगा।