उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में गुटबाजी और अव्यवस्थाओं की समस्या ने एक बार फिर गंभीर रूप ले लिया है। हालिया घटना में, बाल सुधार गृह में दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई ने हिंसक रूप ले लिया, जिससे 4-5 बच्चे घायल हो गए। इन घायलों का जिला अस्पताल में इलाज कराया गया है।
मारपीट बाल सुधार गृह में बंद बलिया और आजमगढ़ के कैदियों के बीच हुई। यह घटना आपस में गुटबाजी और बढ़ते तनाव का परिणाम मानी जा रही है। इससे पहले भी, इसी बाल सुधार गृह में लापरवाही और सुरक्षा चूक के कारण एक दर्जन से अधिक बाल बंदी फरार हो गए थे। उन्होंने रसोई में लगे एग्जॉस्ट फैन को तोड़कर भागने का रास्ता बनाया था।
हालांकि, उन्हें बड़ी मशक्कत के बाद पकड़कर वापस लाया गया था। लगातार हो रही घटनाओं के चलते समाज कल्याण विभाग और अधिकारियों पर लापरवाही के गंभीर आरोप लग रहे हैं।
हालांकि, उन्हें बड़ी मशक्कत के बाद पकड़कर वापस लाया गया था। लगातार हो रही घटनाओं के चलते समाज कल्याण विभाग और अधिकारियों पर लापरवाही के गंभीर आरोप लग रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि सुधार गृह में रहने वाले बच्चों के बीच बढ़ती हिंसा और भागने की घटनाएं प्रशासन की समस्याओं को अनदेखा करने का नतीजा हैं। सुधार गृह में उचित प्रबंधन, काउंसलिंग और सुरक्षा उपायों की कमी स्पष्ट रूप से नजर आ रही है।
यह घटना समाज कल्याण विभाग के लिए एक चेतावनी है कि यदि तत्काल बड़े कदम नहीं उठाए गए तो ऐसी घटनाएं भविष्य में और गंभीर हो सकती हैं।