बाबूलाल की मौत के ठीक 5 घंटे बाद उनकी पत्नी फूलबासी देवी की भी मौत हो गई। दोनों की मौत से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। मृतक दंपति के 3 बेटे थे,जिनमे दो बेटों की पहले ही मौत हो चुकी है। जीवित बचे एकमात्र बेटे जो कि मधुबन तहसील में मुहर्रिल हैं का रो रो कर बुरा हाल हो गया है। सभी लोग इस घटना को दुर्लभ और असामान्य मान रहे।