गौरतलब है कि इस लड़ाई में शोएब और सुक्खू दोनों को चोटें आईं थीं। स्थानीय लोगों ने दोनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घोसी में भर्ती कराया। वहां सुक्खू की स्थिति गंभीर देखकर डॉक्टरों ने सुक्खू को वाराणसी रेफर कर दिया। उसी वक्त सुक्खू के समर्थन में आई भीड़ ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पत्थरबाजी शुरू कर दी थी।
मामले की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस पत्थरबाजी में सीओ घोसी और कोतवाल दोनों घायल हो गए। कुछ पुलिस कर्मियों को भी इसमें चोट आई थी।