पूरा मामला थाना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत निजामुद्दीन पुरा स्थित स्टडी कैफे लाइब्रेरी का है। यहां पर मंगलवार की शाम के समय अचानक नगर मजिस्ट्रेट बृजेन्द्र कुमार और नगर कोतवाल अनिल सिंह ने छापेमारी कर दी। बेसमेंट के अंदर लगभग 50 से अधिक बच्चों के साथ लाइब्रेरी का संचालन पाया गया। जिसके बाद अधिकारियों ने पूरी लाइब्रेरी का अवलोकन किया।
इसी दौरान लाइब्रेरी के एक कमरे में ताला बंद पाया गया। नगर मजिस्ट्रेट के आदेश पर गेट तोड़कर लाइब्रेरी का दरवाजा खोला गया। इसमें से एक लड़का और लड़की को बाहर निकाला गया। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने लाइब्रेरी के मालिक को बुलाने का काफी प्रयास किया। लेकिन मौके पर कोई नहीं पहुंचा।
इसी दौरान वहां पूछताछ करने पर यह पता चला कि जो लड़का बन्द कमरे से पकड़ा गया है। वही पूरे लाइब्रेरी का संचालन देखता है। ऐसे में पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर थाने भेज दिया। इधर नगर मजिस्ट्रेट ने पूरे लाइब्रेरी को खाली करवाते हुए सील करने का निर्देश दिया है। इस छापेमारी की कार्रवाई से पूरे शहर में हड़कंप मच गया।
इसको लेकर नगर मजिस्ट्रेट बृजेन्द्र कुमार ने बताया कि बेसमेंट में किसी भी प्रकार से लाइब्रेरी और कोचिंग का संचालन नहीं किया जा सकता है। ऐसे में एक गोपनीय सूचना पर यहां पहुंचकर देखा गया, तो पाया कि इस पूरी लाइब्रेरी का अवैध तरीके से संचालन किया जा रहा है। यहां पर सभी नियमों को ताक पर रखकर बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
ऐसे में तत्काल प्रभाव से इस लाइब्रेरी को खाली कराया जा रहा है। इसको सील कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इस प्रकार से कहीं भी बेसमेंट में लाइब्रेरी और कोचिंग का संचालन नहीं होने दिया जाएगा।