मऊ शाही कटरा स्थित अस्तुपुरा अर्बनक्षेत्र में अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आजमगढ़ मण्डल आजमगढ़ डॉ बाल चंद्रा और शाही इमाम इफ़्तेख़ार के द्वारा अपने हाथों से फीता काटकर और 6 माह के शिशु सुलेमान क़ो पोलियो ड्राप पिला कर जिले में अभियान का आगाज़ किया गया।
अभियान के पहले दिन कुल 1,75,419 बच्चों को पोलियो ड्राप से आच्छादित किया गया।
अभियान के पहले दिन कुल 1,75,419 बच्चों को पोलियो ड्राप से आच्छादित किया गया।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा संजय गुप्ता ने बताया कि पोलियो या पोलियोमाईलाइटिस एक गंभीर और खतरनाक बीमारी है जो वायरस से होती है। यह वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान तक फैलता है। साथ ही यह वायरस जिस भी इंसान में प्रवेश करता है,
उसके मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है, जिसकी वजह से लकवा भी हो सकता है औऱ बच्चा जीवनभर के लिए अपाहिज़ हो सकता है।
उसके मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है, जिसकी वजह से लकवा भी हो सकता है औऱ बच्चा जीवनभर के लिए अपाहिज़ हो सकता है।
जिला इम्यूनाइजेशन ऑफिसर (डीआईओ) ने बताया कि लगातार पोलियो अभियान चलाए जाने से और उसकी दवा की खुराक नियमित बच्चों को दिए जाने के कारण 2011 से अभी तक भारत में पोलियो के एक भी रोगी नहीं देखे गए औऱ डब्लू एच ओ ने 2014 मे भारत क़ो पोलिओ मुक्त देश घोषित किया है ।
यह दवा पाँच वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों के लिये आवश्यक है। यह दवा जन्म के समय, छठे, दसवें व चौदहवें सप्ता्ह में दी जाती है इसके बाद 16 से 24 माह की आयु में बूस्टर की खुराक नियमित टीकाकरण के तहत दी जाती है साथ ही जन्म से उसे 5 साल की उम्र के बीच जितने भी पोलिओ अभियान चलते है उसमे उसे हर बार पोलिओ ड्राप की अतिरिक्त खुराक दी जाती है।
पाँच वर्ष तक की आयु के बच्चों को बार-बार खुराक पिलाने से पूरे क्षेत्र में इस बीमारी से लड़ने की क्षमता बढ़ती है, जिससे पोलियो के विषाणु को पनपने से रोका जा सकता है।
बार बार दवा की खुराक पिलाना इस लिए भी आवश्यक है की हमारे पडोसी मुल्क पाकिस्तान और अफगानिस्तान मे पिछले वर्षों की तुलना में लगभग दोगुने केस पोलियो से संक्रमित होने के रिपोर्ट मिले है जिसके कारण इस बीमारी के हमारे देश में भी फैलने का खतरा है, जिसके लिए हमारे बच्चो को पोलियो ड्राप बार बार पिलाने की आवश्यकता है।