मऊ. नोटबंदी की मार से पहले से ही परेशान बुनकर पर अब जीएसटी की दोहरी मार पड़ने वाली है। इसके खिलाफ अब बुनकरों ने भी मोर्चा खोल दिया है। बुनकरों ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में जीएसटी को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और सीटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति को ज्ञापित ज्ञापन सौपा है और सरकार से बुनकरों को जीएसटी से मुक्त करने की मांग की है।
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मऊ जनपद बुनकरों की नगरी है, यहां के बुनकरों का मुख्य पेशा बुनाई कला है। पिछले कई दशकों से लगातार बुनकरों की हालत बद से बदत्तर होती गई है, जिससे बुनकर फाकाकसी का शिकार हो चुका है। नोटबंदी के बाद बदहाली और फाकाकसी के दौर से गुजरने वाले बुनकरो का हालात पहले ही खस्ताहाल है, अब सरकार ने जीएसटी लागू कर दिया जिसके बाद बुनकर आने वाली चुनौतियों को लेकर परेशान हैं।
बुनकरो ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में जीएसटी को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति को ज्ञापित ज्ञापन सौंपा है। बुनकरों का कहना है कि जीएसटी के लागू हो जाने की वजह से बुनकरों के हालात जहां पहले से ही खराब है, वहीं जीएसटी के लागू से बुनकरो पर कर का दोहरा मार पड़ेगा और बुनकरों के हालात पहले से भी खराब हो जायेंगे। बुनकरो ने मांग किया है कि बुनकरो को जीएसटी से दूर किया जाये। वहीं इस मामले में सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि बुनकरों के माध्यम से ज्ञापन मिला है जिसको भेज दिया जायेगा।