मुख्य विकास अधिकारी द्वारा कृषकों के उपयोगार्थ तकनीकी साहित्य पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में जिला कृषि अधिकारी सोम प्रकाश गुप्त द्वारा कृषि में यंत्रीकरण, सोलर पम्प को भी ड्रिप सिंचाई, स्प्रिंकलर सिंचाई से जोड़ कर प्रयोग करने तथा विभाग की अन्य योजनाओं के बारे में बताया।प्रशिक्षण में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डा0 लाल पंकज सिंह,अंगद प्रसाद, इंजीनियर विश्वजीत,अरविंद भारद्वाज द्वारा कम लागत में अधिक मुनाफा की खेती कैसे की जाए और साथ ही साथ जल संरक्षण कैसे किया जाए, योजना का लाभ कैसे लिया जाए,इस बारे में किसानों को विस्तार से बताया गया। इस कार्यशाला में फतेहपुर मंडाव, दोहरीघाट, परदहा, घोसी तथा बड़राव विकासखंड के 70 किसानों ने प्रतिभाग किया। जिला उद्यान अधिकारी संदीप कुमार गुप्त द्वारा आम, अमरूद के बागों में ड्रिप सिंचाई के प्रयोग के साथ नई फसलों जैसे ड्रैगन फ्रूट, स्ट्राबेरी को अपनाने था कृषि में परंपरागत खेती में विविधीकरण करते हुए उद्यानिकी फसलों को समाहित करने का अनुरोध किया।
कार्यशाला में मऊ के अधिकारी और वैज्ञानिक रहे मौजूद जिला उद्यान अधिकारी ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में पर ड्रॉप मोर क्रॉप माइक्रो इरिगेशन कार्यक्रम में 90 प्रतिशत तक अनुदान,जो कार्यक्रमवार बीस हजार से प्रारंभ होकर एक लाख से अधिक तक दिया जा रहा है, उसके साथ साथ योजना में पंजीकरण के साथ लाभ लेने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आज के सत्र में ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर सिंचाई को डेमो चलवा कर लाइव प्रदर्शन भी दिखाया गया। इसके पार्ट्स और प्रयोग किसान कैसे करेंगे इन सब के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर गार्डन में मिनी सेंटर आफ एक्सीलेंस में किसानों को उन्नत साग भाजी बेहन की पौध उत्पादन तकनीकी बताते हुए इसके माध्यम से समय से पौध की बुवाई कर अगेती फसल लेकर ज्यादा मूल्य लाभ किसान प्राप्त कर सकने की भी जानकारी दी गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में उद्यान निरीक्षक अरुण कुमार यादव,मिथिलेश कुमार सिंह, विकासखंड प्रभारी चंद्रभान, सुनील कुमार गुप्त , बालजीत, राजकुमार, अमरनाथ यादव, हिमांशु , रामसमुझ यादव , फर्म प्रतिनिधि प्रदीप कुमार, सुधाकर यादव सहित कृषक उपस्थित रहे।