मऊ. कोरोना काल में गरीबों की मदद के लिये यूपी सरकार कम्युनिटी किचन खोलने का निर्देश दिया है ताकि कोई भूखे पेट न सोए और सबकी मदद की जा सके। पर मऊ जिले में एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें बिना कम्युनिटी किचन स्थापित किये ही पिछले साल की फोटो डालकर बता दिया गया कि किचन शुरू हो गया। सरकार के निर्देश के बावजूद सामुदायिक रसोईघर स्थापित किये बगैर ही जिला प्रशासन की वेबसाइट पर पुरानी फोटो अपलोड कर दी गई। फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हर तरफ इस होशियारी पर सवाल उठने लगे।
मामला मऊ जिले की मधुबन तहसील का है। यहां बीते 10 मई को जिले के पेज पर कम्युनिटी किचन की एक फोटो अपलोड करते हुए दावा किया गया कि इस किचन से जरूरतमंदों को भोजन का पैकेट दिया जा रहा है। फोटो अपलोड होने के थोड़ी देर बाद ही यह वायरल हो गई और इसे पुराना बताया जाने लगा।
कई युजर्स ने दावा किया कि कम्युनिटी किचन का जो फोटो डाला गया वो पिछले वर्ष का है। आरोप लगा कि अफसरों को खुश करने के लिये मातहतों ने होशियारी से काम लिया। उधर सवाल उठने के बाद तहसीलदार राहुल गुप्ता ने मीडिया से कहा कि कोई भी तस्वीर पुरानी नहीं। हालांकि आरोपों की जांच की जा रही है। सही पाए जाने पर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।