दीप प्रज्वलन के साथ हुआ समारोह का शुभारंभ
इस अवसर पर जिले की 10 परियोजनाओं के अंतर्गत चयनित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को विधिवत नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। इनमें— नगर क्षेत्र से 09, दोहरीघाट से 06, घोसी से 05,बडराँव से 03, कोपागंज से 05, रतनपुरा से 25, परदहां से 25, मुहम्मदाबाद गोहना से 24, रानीपुर से 33, फतहपुर मंडाव से 11
कार्यकत्रियां शामिल रहीं।
विधायक रामविलास चौहान बोले – योगी सरकार बिना भेदभाव दे रही रोजगार
मुख्य अतिथि विधायक रामविलास चौहान ने अपने संबोधन में कहा, “योगी सरकार बिना किसी भेदभाव के हर वर्ग को रोजगार उपलब्ध करा रही है। यह भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शिता के साथ संपन्न हुई है।” उन्होंने बताया कि 2011 से रुकी हुई आंगनबाड़ी भर्ती प्रक्रिया को मुख्यमंत्री के निर्देश पर सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
नियुक्ति पत्र पाकर खिल उठे चेहरे, जिले में खुशी की लहर
मुख्य अतिथि ने कंचनलता यादव, नूपुर सिंह, कंचन मद्धेशिया, नमिता, शिप्रा चौधरी, सरोज, नाजिया खातून, अन्नू भारती, जिज्ञासा पांडेय, सुषमा प्रजापति, रेनू चौरसिया, कंचन सिंह समेत कई आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र सौंपे और उन्हें होली की अग्रिम शुभकामनाएं दीं।
वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति
इस मौके पर कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिनमें मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर, जिला उद्यान अधिकारी संदीप गुप्ता, कृषि अधिकारी शोम प्रकाश गुप्ता, जिला समाज कल्याण अधिकारी अनुज कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी (विकास) रश्मि मिश्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत कुमार सिंह, बाल विकास परियोजना अधिकारी घोसी राधेश्याम पाल, बाल विकास परियोजना अधिकारी शहर रंजीत कुमार, बाल विकास परियोजना अधिकारी मुहम्मदाबाद गोहना संजीव कुमार सहित अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। मंच का संचालन राजेश सिंह, बाल विकास परियोजना अधिकारी कोपागंज ने किया।
23 मार्च से पहले कार्यभार संभालने की अपील
कार्यक्रम के अंत में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने नवचयनित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से 23 मार्च 2025 से पहले अपने-अपने विकास खंड के बाल विकास परियोजना कार्यालय में योगदान देने और अपने शासकीय दायित्वों का भली-भांति निर्वहन करने की अपील की।
महिला सशक्तिकरण को नई गति, बाल विकास कार्यक्रम को मिलेगी मजबूती
इस भर्ती प्रक्रिया से न केवल मऊ जिले के 146 परिवारों में खुशी का माहौल है, बल्कि महिला सशक्तिकरण को भी एक नई दिशा मिली है। अब इन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भूमिका जिले में बाल पोषण, शिक्षा और मातृ स्वास्थ्य के क्षेत्र में अहम योगदान देने की होगी।