प्रदीप मिश्रा ने क्या दिया था बयान?
प्रदीप मिश्रा से कथा के दौरान पूछा गया था कि राधा जी कहां की रहने वाली थीं। इस पर उन्होंने कहा था कि राधारानी बरसाना नहीं बल्कि रावल गांव की रहने वाली हैं और बरसाने में उनके पिता जी की कचहरी थी। यहां राधारानी साल में एक बार जाती थीं इसलिए इसका नाम बरसाना पड़ गया था। जिसका मतलब बरस में एक बार आना। उन्होंने कहा था कि कृष्ण की पत्नियों में भी राधारानी का नाम नहीं है। राधा जी के पति का नाम अनय घोष है। उनकी सास जटिला और ननद कुटिला थीं। राधारानी जी की शादी मथुरा के छाता गांव में हुई थी।प्रेमानंद महाराज ने क्या दिया जवाब?
आपको बता दें कि 10 जून को प्रेमानंद जी महाराज ने प्रदीप मिश्रा को इस बात पर जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि तुम्हें लाडली जी के बारे में क्या पता है? तुम क्या ही जानते हो? अगर तुम किसी संत के चरणरज का पान करके बात करते तो तुम्हारे मुख से कभी ऐसी वाणी नहीं निकलती। जैसा वेद कहते हैं कि राधारानी और श्रीकृष्ण अलग नहीं है। तुम्हें शर्म आनी चाहिए। जिसके यश का गान करके जीता है, जिसका यश खाता है, जिसका यश गाकर तुम्हें नमस्कार और प्रणाम मिलता है उसकी मर्यादा को तुम नहीं जानते हो। यह भी पढ़ें