ट्रेन से उतरने के बाद याद आया जूता जानकारी के अनुसार गुरुवार को करन सिंह नाम का व्यक्ति पंजाब के फिरोजपुर से दिल्ली जाने के लिए निकला। करन सिंह ने पंजाब मेल की टिकट ली और पंजाब मेल के कोच संख्या B-8 की सीट संख्या 20 पर उसका रिजर्वेशन कन्फर्म हुआ। जैसे ही दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर करन सिंह ट्रेन से उतरा, तब यात्री करन सिंह को ट्रेन को अपने जूतों की सुध आई। यात्री दौड़कर दोबारा दिल्ली के निजामुद्दीन प्लेटफार्म पर ऊपर पहुंचा। उसके पहुंचने से पहले ट्रेन वहां से रवाना हो चुकी थी।
आरपीएफ कंट्रोल रुम को दी सूचना करन सिंह नाम के यात्री ने ट्रेन में अपने जूते छूटने की जानकारी आरपीएफ कंट्रोल रूम को दी। दिल्ली कंट्रोल रूम से मथुरा जंक्शन की आरपीएफ को सूचना प्राप्त हुई कि फिरोजपुर से मुंबई जाने वाली पंजाब मेल के कोच संख्या B-8 की सीट संख्या 20 के नीचे करन सिंह नामक यात्री के जूते जल्दी में होने के कारण छूट गए हैं।
आरपीएफ को तलाशी में मिले जूते सूचना कंट्रोल रूम से मिलने के बाद मथुरा जंक्शन के आरपीएफ थाना प्रभारी निरीक्षक सीबी प्रसाद ने यात्री के जूते तलाशने के निर्देश दिए। निर्देश मिलने के बाद हरकत में आए आरपीएफ के जवानों ने ट्रेन में जूते खोजने शुरू किए। आधा घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आरपीएफ के जवानों को जूते तलाशने में क़ामयाबी मिल गई।
यात्री को दिया गया जूता मथुरा जंक्शन आरपीएफ थाना प्रभारी निरीक्षक सीबी प्रसाद ने बताया कि दिल्ली कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि करण सिंह नाम के यात्री के जूते गलती से ट्रेन में रह गए हैं। सूचना पर ट्रेन में 2 जवानों को भेजा गया और कंट्रोल रूम द्वारा बताई गई सीट और कोच संख्या में जूते सीट के नीचे रखे मिले। यात्री को जूते सुपुर्द कर दिए हैं।