आपको बता दें कि सीएसजेएमयू का दीक्षांत समारोह 28 सितंबर को है। इसकी अध्यक्षता राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल करेंगी। कार्यक्रम में मेधावियों को पदक, छात्रों को उपाधि के साथ एक विभूति को मानद उपाधि से सम्मानित किया जाना है। इसके लिए विवि परिवार ने संत प्रेमानंद का नाम प्रस्तावित किया था।
‘बाहरी उपाधी हमारा उपहास होगा ना कि सम्मान’
भजन मार्ग की ओर से इसका वीडियो भी जारी किया गया है। इसमें दिख रहा है कि रजिस्ट्रार ने आश्रम में संत के सामने यह प्रस्ताव रखा। यह सुनते ही उन्होंने कहा, “छोटे बनकर के सबकी सेवा करना हमारी उपाधी है। और रही जैसे Ph.D की बात, तो हम लोग मन की Ph.D किए हैं। इसके लिए कोई पढ़ाई नहीं होती, वो साधना में होती है। बाहरी डिग्री या बाहरी उपाधि हमारा उपहास होगा ना कि सम्मान। हमारी जो अलौकिक उपाधि है, उसमें बाधा है, सिद्धियां और मोक्ष आदि भी है। इसमें जो हमें सुख मिल रहा है न, उसके आगे जो कुछ है वो कूड़ा करकट है, हमारी दृष्टि में। हमारी भक्ति ही सबसे बड़ी उपाधि है।”