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ये है मंदिर की विशेषतापत्रिका की विशेष कार्यक्रम Once Upon A Time में आज हम बात करेंगे उस मंदिर की जो मंदिर काफी पुराना है और यह मंदिर अपने आप में चारों धर्मों को संजोए हुए हैं। मथुरा से करीब 13 किलोमीटर दूर मथुरा-वृंदावन मार्ग पर है श्री लीलानंद ठाकुर बाबा का यह मंदिर। इस मंदिर को पागल बाबा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। पागल बाबा का यह मंदिर 9 मंजिला है। संगमरमर के सफेद पत्थर का बना हुआ है। इस मंदिर को ना तो किसी धनवान व्यक्ति ने बनवाया है और ना ही दानदाताओं के पैसे से इस मंदिर का निर्माण हुआ है। इस मंदिर का निर्माण पागल बाबा ने खुद ही किया है। हजारों की संख्या में यहां श्रद्धालु हर दिन दर्शन करने के लिए आते हैं। मंदिर की लंबाई 800 फीट चौड़ाई 120 फीट तथा ऊंचाई 221 फीट है। श्रद्धालुओं को यह मंदिर कई किलोमीटर दूर से ही दृष्टिगोचर होने लगता है। मंदिर की अद्भुत छटा सभी का मन मोह लेती है।
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मंदिर से दिखता है पूरा वृंदावनकई वर्षों से लगातार मंदिर में आ रहे अजय दुबे नाम के शख्स ने बताया कि मंदिर 9 मंजिल बना हुआ है। और सबसे ऊपर सनातन धर्म की झलक इस मंदिर में देखने को मिलती है। मंदिर से पूरा वृंदावन तो दिखता ही है, इसके साथ गोकुल और महावन भी दिखाई देता है। अगर दूरबीन से देखा जाए तो गोवर्धन भी दिखाई देता है। अजय दुबे बताते हुए कहा कि यहां जो भी भक्त आता है, वह अपने आप को धन्य समझता है। मन में शांति मिलती है। मंदिर के मुख्य द्वार से जैसे ही प्रवेश करेंगे तो अलग-अलग धर्मों के प्रतिबिम्ब नजर आएंगे। इस मंदिर में हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई धर्मों की झलक दिखाई देती है।