पुलिस ने एनएसयूआई के राष्ट्रीय कार्डिनेटर विष्णु षर्मा, प्रदेश महासचिव प्रवीण ठाकुर, जिलाध्यक्ष शिशुपाल चौधरी, राष्ट्रीय संयोजक हरीश सारस्वत, संतोष प्रधान को हिरासत में ले लिया। गाड़ी में भर कर पुलिस छात्रों को कोतवाली ले गई। यहां करीब तीन घंटे तक छात्रों को हिरासत में रखा गया। इस बीच कांग्र्रेस नेताओं को भी इस बात की सूचना मिल गई कि एनएसयूआई कार्यकर्ता पुलिस हिरासत में, कुछ ही देर में कांग्रेस के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष अशोक सिंह चकलेश्वर कार्यकर्ताओं के साथ कोतवाली पहुंच गये।
आवश्यक कार्यवाही करने के बाद पुलिस ने पांचों छात्र नेताओं को चेतावनी देने के बाद छोड़ दिया। राष्ट्रीय संयोजक एनएसयूआई हरीश सारस्वत ने कहाकि प्रदेश सरकार तानाशाही तरीके से छात्रों का उत्पीड़न किया जा रहा है। सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है, भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण दिया जा रहा है। छात्रों के आंदोलन को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। न्याय मांग रहे छात्रों पर लाठी चार्ज किया जा रहा हैं, उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। कितने ही छात्रों का भविष्य दांव पर लग गया है। इस बात की जिम्मेदारी सरकार को लेनी होगी। छात्रों के साथ हो रहे अन्याय के लिए सड़क पर एनएसयूआई लड़ेगी। हम लाठी खाएंगे और जेल भी जाएंगे लेकिन सरकार को मनमानी नहीं करने देंगे। प्रदेश महासचिव प्रवीन ठाकुर ने कहाकि इलाहाबाद में सरकार का विरोध करने वाले छात्रों पर लाठी चार्ज किया गया।
यह लोकतंत्र का गला दबाने की मंश का प्रमाण है। सरकार निरंकुश हो गई है। जिलाध्यक्ष शिशुपाल चौधरी ने आरोप लगाया कि सरकार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। इसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा। समय आ गया है जब एनएसयूआई कार्यकर्ता सरकार को अपनी ताकत का अहसास कराएंगे। इस दौरान प्रदर्शन में विवेक अग्रवाल, पवन गुर्जर, देवेन्द्र ठाकुर, प्रदीप सागर, अंषुल चैधरी, हरजीत सरदार, नीरज सनवाल, अवि ठाकुर, अभिमन्यू कुषवाह, षैलू चौधरी आदि शमिल रहे।