मंदिर बनाने आए थे, लेकिन तोड़ने का कर रहे काम
निर्मोही अखाड़े के राष्ट्रीय प्रवक्ता सीताराम दास ने कहा हिन्दू हासिये पर रख दिया गया है। कांग्रेस ने वो काम नहीं किए, जो भारतीय जनता पार्टी कर रही है। अकबर, बाबर और औरंगजेब आदि ने वो काम नहीं किए, जो भाजपा कर रही है। जैसे काशी के मंदिरों को तोड़ना। आए थे मंदिर बनाने, मंदिर बनाया तो नहीं और काशी के मंदिरों को तोड़ने चले गए। आए थे गंगा की सफाई करने और गंगा किनारे मंदिर तोड़ने चालू कर दिए। निर्मोही अखाड़ा प्रमुख पक्षकार है राम जन्म भूमि का और मुकदमा लड़ा जा रहा है। हमे भरोसा है सुप्रीम कोर्ट पर कि हमारे पक्ष में निर्णय आयेगा।
निर्मोही अखाड़े के राष्ट्रीय प्रवक्ता सीताराम दास ने कहा हिन्दू हासिये पर रख दिया गया है। कांग्रेस ने वो काम नहीं किए, जो भारतीय जनता पार्टी कर रही है। अकबर, बाबर और औरंगजेब आदि ने वो काम नहीं किए, जो भाजपा कर रही है। जैसे काशी के मंदिरों को तोड़ना। आए थे मंदिर बनाने, मंदिर बनाया तो नहीं और काशी के मंदिरों को तोड़ने चले गए। आए थे गंगा की सफाई करने और गंगा किनारे मंदिर तोड़ने चालू कर दिए। निर्मोही अखाड़ा प्रमुख पक्षकार है राम जन्म भूमि का और मुकदमा लड़ा जा रहा है। हमे भरोसा है सुप्रीम कोर्ट पर कि हमारे पक्ष में निर्णय आयेगा।
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अभी जैसा सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि भूमि विवाद को लेकर सुनवाई होगी, तो हमारा जो मुकदमा है, वो स्वामित्व को लेकर है, हमने न मंदिर का दावा किया है न मस्जिद का, हमारा तो स्वामित्व का दावा है और स्वामित्व का दावा तभी साबित होगा, जब भूमि विवाद को लेकर सुनवाई होगी। आशा है कि सुप्रीम कोर्ट से पक्ष में ही फैसला आएगा, लेकिन सरकार से कोई आशा नहीं है। सरकार नोट और वोट लेने के लिए बनी हुई है, लेकिन यदि सरकार हिन्दुओं का प्रयोग गलत मंशा से करेगी, तो हम 2019 में सरकार को उसकी औकाद बता देंगे। हम अपने सम्पूर्ण भारत में चुनाव लड़ा जाए, हो सकता है जहां से पीएम मोदी चुनाव लड़ेंगे, वहां से प्रत्याशी उतारेंगे ही।
अभी जैसा सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि भूमि विवाद को लेकर सुनवाई होगी, तो हमारा जो मुकदमा है, वो स्वामित्व को लेकर है, हमने न मंदिर का दावा किया है न मस्जिद का, हमारा तो स्वामित्व का दावा है और स्वामित्व का दावा तभी साबित होगा, जब भूमि विवाद को लेकर सुनवाई होगी। आशा है कि सुप्रीम कोर्ट से पक्ष में ही फैसला आएगा, लेकिन सरकार से कोई आशा नहीं है। सरकार नोट और वोट लेने के लिए बनी हुई है, लेकिन यदि सरकार हिन्दुओं का प्रयोग गलत मंशा से करेगी, तो हम 2019 में सरकार को उसकी औकाद बता देंगे। हम अपने सम्पूर्ण भारत में चुनाव लड़ा जाए, हो सकता है जहां से पीएम मोदी चुनाव लड़ेंगे, वहां से प्रत्याशी उतारेंगे ही।