यह भी पढ़े – लेवाना सुइट्स होटल हादसाः शराब की बोतल फटने से फैली थी आग की लपटें, जांच में खुलासा कर्मचारी के हाव-भाव देख टीम ने रोक दी कार्रवाई उधर, कर्मचारी की बात को सुनकर अधिकारी भी हैरान रह गए। उन्होंने कर्मचारी से कहा कि यदि आप की इजाजत हो तो क्या हम काम शुरू करें? इसके बाद नाग बने कर्मचारी ने उन्हें इजाजत दी। फिर उसके बाद ही प्राचीन स्थल से अतिक्रमण हटाया गया। वहीं ये पूरा मामला गांव में चर्चा का विषय बन गया। हालांकि कर्मचारी काफी देर तक जमीन पर बैठा रहा। उसके हाव-भाव देखकर टीम ने कार्रवाई रोक दी। सभी हैरान थे कि आखिर कर्मचारी ऐसे क्यों कर रहा है। जब वह सामान्य हुआ तो कार्रवाई दोबारा शुरू हुई।
यह भी पढ़े – अनुसूचित जाति के शिक्षक का आरोप, विद्यालय में काटी चोटी, रोज करते हैं भद्दी टिप्पणियां प्राचीन स्थल का सौंदर्यीकरण कराने का लिया फैसला बता दें कि वृंदावन के पास राजपुर बांगर में एक प्राचीन स्थल है। इस स्थान का नाम अभिलेखों में बावड़ी के नाम से अंकित है। बताया जाता है कि ये स्थल हजारों साल पुराना है। जिसे देखते हुए नगर निगम ने प्राचीन स्थल का सौंदर्यीकरण कराने का फैसला किया है। इसी कड़ी में बुधवार को जब नगर निगम के अधिकारी प्राचीन स्थल को कब्जामुक्त करने पहुंची तो वहां नगर निगम का एक कर्मचारी अचानक जमीन पर बैठ गया और हथेलियों से नाग के फन का आकार बनाकर झूमने लगा। उसका कहना था कि नाग-नागिन के रूप में हजारों साल से वह यहां रह रहा है।