इस दौरान उन्होंने खुद को वैष्णव कहकर यूपी के साथ गुजरात को भी साधने का प्रयास किया। साथ ही उन्होंने विपक्ष पर एक के बाद एक सियासी तीर चलाए। उनके साथ मंच पर वर्तमान सांसद और भाजपा प्रत्याशी हेमा मालिनी के साथ कई पदाधिकारी मौजूद रहे। गृहमंत्री अमित शाह से पहले हेमा मालिनी ने जन संबोधन किया। उन्होंने पिछले 10 सालों की सरकार उलब्धियां गिनाईं। साथ ही आने पांच सालों में पार्टी के क्या लक्ष्य और उद्देश्य हैं, यह भी बताया।
‘मैं जन्म और धर्म से वैष्णव हूं’ कहकर अमित शाह ने शुरू किया संबोधन
यूपी की धर्मनगरी मथुरा के छटीकरा स्थित प्रियकांत जू मंदिर के मैदान में आयोजित जनसभा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ‘मैं जन्म और धर्म से वैष्णव हूं’ कहकर संबोधन शुरू किया। इस दौरान उन्होंने खुद को वैष्णव कहकर ब्रजक्षेत्र के लोगों समेत गुजरातियों को भी साधने का प्रयास किया। यह भी पढ़ेंः मोदी, शाह, योगी की ताबड़तोड़ रैलियां, पश्चिमी यूपी से लेकर बुंदेलखंड तक बढ़ेगा सियासी पारा अमित शाह ने कहा “पूरे देश में लोकसभा का चुनाव हो रहा है पहले चरण का मतदान हो चुका है, पहले चरण में कांग्रेस का सूफड़ा साफ हो गया है। दूसरे चरण में सपा और कांग्रेस का सूफड़ा साफ करना है।” उन्होंने आगे कहा “राहुल गांधी चांदी की चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुए। जबकि मोदी गरीब के घर में पैदा हुए। इस चुनावी समर में यह दोनों आमने-सामने हैं। कांग्रेस की सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर था। जबकि नरेंद्र मोदी सरकार में भ्रष्टाचार की कमर टूटी है।”