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क्या है मामलाबता दें कि सुरीरकलां निवासी दंपति जोगेंद्र और चंद्रवती दबंगों के कहर से परेशान था। वह पुलिस प्रशासन से कई बार गुहार लगा चुका था। दरोगा से लेकर एसएसपी तक उसने न्याय की गुहार लगाई लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। सिस्टम से क्षुब्ध होकर 28 अगस्त को जोगेंद्र और चंद्रवती ने सुरीर कोतवाली में खुद को आग लगा ली। इसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आईजी ए सतीश गणेश मथुरा पहुंचे। उन्होंने मामले में पुलिस की लापरवाही मानते हुए इंस्पेक्टर और दो दरोगा निलंबित करने के आदेश दिए। उधर हालत बिगड़ने पर दंपति को दिल्ली के सफदरजंग में भर्ती कराया गया। रविवार को जोगेंद्र ने दम तोड़ दिया वहीं डॉक्टरों के मुताबिक जोगेंद्र की पत्नी चंद्रवती की हालत बिगड़ती जा रही है।
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