Devkinandan Thakur ने क्या कहा ?
कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने पहले वरशिप एक्ट पर कहा कि वरशिप एक्ट के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सुना है। उसके लिए कमेटी गठित कर दी है। एक देश में एक संविधान चलना चाहिए मनमाने कानून नहीं चलने चाहिए। होलोगों को कोर्ट जाने से वो धारा (वरशिप एक्ट,1991) न्याय तो बाद की बात है कम से कम हम कोर्ट तो जा सकते हैं। यह भी पढ़ें