1 जुलाई से कई बदलाव, आम आदमी की जेब पर पड़ेगा सीधा असर
दस दिन में चार गुना बढ़ी कीमतें
जयपुर फल व सब्जी थोक विक्रेता संघ के अध्यक्ष राहुल तंवर के मुताबिक, मई में टमाटर की कीमतें थोक बाजार में 3 से 5 रुपए किलो और खुदरा बाजार में 10 से 20 रुपए किलो थी। लेकिन, जून में यह अचानक बढ़ गई और अब 120 रुपए के पार है। पिछले हफ्ते में टमाटर की कीमतें चार गुना बढ़ी हैं। टमाटर की आपूर्ति कम होने से बेंगलूरु से टमाटर आ रहा है। हाल में बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है।
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बारिश ज्यादा हुई तो ऊंची बनी रह सकती है कीमत
तंवर का कहना है कि हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में बारिश ज्यादा रही तो फसलों पर असर पड़ सकता और कीमतें ऊंची रह सकती हैं। पिछले साल टमाटर की बुआई कम हुई थी, क्योंकि ज्यादातर किसानों ने बीन्स की बुआई शुरू कर दी थी। पिछले महीने टमाटर की कीमतें एकदम निचले भाव पर पहुंच गई थी, तब किसानों ने इसकी फसल को खेतों में वैसे ही छोड़ दिया था, जिससे काफी फसल बर्बाद हो गई और इससे आवक भी घट गई।
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भारत सबसे बड़ा उत्पादक देश
चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश भारत है। यहां 25.05 टन प्रति हेक्टेयर की औसत उपज के साथ करीब 2 करोड़ टन टमाटर का उत्पादन होता है। चीन 5.6 करोड़ टन उत्पादन के साथ शीर्ष पर है।