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ऑयल और बैंकिंग सेक्टर में गिरावट
कच्चे तेल की कीमतों में इजाफे के बाद ऑयल कंपनियों और बैंकिंग सेक्टर में गिरावट देखने को मिल रही है। ऑयल सेक्टर 216.36 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। वहीं दूसरी ओर बैंक निफ्टी 230.75 और बैंक एक्सचेंज 179.01 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। ऑटो सेक्टर में 80.73, कैपिटल 18.57, फार्मा 9.26, मेटल 81.45, पीएसयू 50 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कंज्यूमर ड्यूरेबल 63.31, एफएमसीजी 3.48, आईटी 56.28, टेक 21.31 अंकों की बढ़त के साथ हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं।
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ऑयल कंपनियों के शेयरों में गिरावट
पहले बात गिरावट वाले शेयरों की करें तो बीपीसीएल के शेयरों में करीब 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं आईओसीएल करीब 3 फीसदी, एशियन पेंट्स 3 फीसदी, रिलायंस और यस बैंक 2 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर बढ़त वाले शेयरों की बात करें तो इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में 2.40 फीसदी, ओएनजीसी 2.10 फीसदी, टीसीएस 0.89, टाइटन 0.85 और टेक महिंद्रा के शेयरों में 0.73 फीसदी की बढ़त देखने को मिल रही है।
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15 मिनट में 52 हजार करोड़ रुपए का नुकसान
अगर बात निवेशकों के नुकसान की बात करें तो 15 मिनट के कारोबार में निवेशकों को 52 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो गया। बीएसई की वेबसाइट के अनुसार सोमवार सुबह 9.30 बजे तक के कारोबार के बाद बीएसई का मार्केट कैप 1,41,90,490.18 करोड़ रुपए था। जबकि शुक्रवार शाम को जब मार्केट बंद हुआ था तो बीएसई मा मार्केट कैप 1,42,42,949.76 रुपए था। दोनों के अंतर को देखें तो 52459.58 करोड़ रुपए है। यही निवेशकों का नुकसान है। मतलब साफ है कि सऊदी अरब की ऑयल फील्ड पर ड्रोन हमलों की वजह से गिरे शेयर बाजार की वजह से निवेशकों को 52459.58 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।