विशेषज्ञों ने दी जानकारी
विशेषज्ञों का मानना है कि अंतिम चुनाव नतीजों तक शेयर बाजार का रुख असमंजस वाला रह सकता है। एपिक रिसर्च के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुस्तफा नदीम ने कहा, ‘इस सप्ताह एक ऐसा घटनाक्रम है जो दीर्घावधि के लिए बाजार का रुख तय करेगा। इसी से संपत्ति सृजन का रुख तय होगा। चुनाव नतीजे इस तरह के राजनीतिक घटनाक्रम होते हैं जो वर्षों के लिए रुख तय करते हैं। ऐसे में यह अर्थव्यवस्था और निवेशकों की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है।’
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एग्जिट पोल का पड़ेगी असर
जानकारों ने कहा कि बाजार में कुछ अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है, लेकिन एग्जिट पोल आने के बाद बाजार को भी निर्णय करने में आसानी होगी। सैमको सिक्योरिटीज ऐंड स्टॉकनोट के संस्थापक और सीईओ जिमीत मोदी ने कहा, ‘यह सप्ताह पूरे साल का सबसे महत्वपूर्ण है। लोगों की निगाह ‘स्टॉक कोट’ नहीं ‘वोट कोट’ पर रहेगी।
इन कंपनियों के आएंगे तिमाही नतीजे
सप्ताह के दौरान कुछ बड़ी कंपनियों मसलन टाटा मोटर्स, केनरा बैंक और सिप्ला के नतीजे आने हैं। ऐसे में तिमाही नतीजे भी बाजार की दिशा तय करेंगे। इसके अलावा कच्चे तेल के दाम, अमेरिका-चीन व्यापार विवाद, रुपये का उतार-चढ़ाव और विदेशी कोषों का रुख भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण होगा।
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पिछले सप्ताह हरे निशान पर था बाजार
बीते सप्ताह मुंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 467.78 अंक या 1.24 फीसदी चढ़ा। शुक्रवार को सेंसेक्स 537.29 अंक या 1.44 फीसदी के लाभ से 37,930.77 अंक पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 150.05 अंक या 1.33 फीसदी की बढ़त के साथ 11,407.15 अंक पर बंद हुआ।