फरवरी में भी आई थी गिरावट फरवरी में भी औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर 20 माह के निचले स्तर 0.10 फीसदी पर थी। इसी बीच नवंबर 2018 के संशोधित आईआईपी आंकड़े भी जारी किए गए और यह वृद्धि दर घटकर 0.2 फीसदी रही जबकि पहले जारी आंकड़ों में यह 0.3 फीसदी थी। इससे पहले आईआईपी की सबसे निचली वृद्धि दर जून 2017 में 0.3 फीसदी रही थी। आईआईपी में विनिर्माण क्षेत्र की हिस्सेदारी 77.63 फीसदी होती है।
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फरवरी 2018 में हुई थी बढ़ोतरी फरवरी में विनिर्माण क्षेत्र में 0.3 फीसदी गिरावट रही जबकि पिछले साल इसमें 8.4 फीसदी का विस्तार हुआ था। पूंजीगत वस्तुओं का उत्पादन फरवरी में 8.8 फीसदी घट गया जो फरवरी 2018 में 16.6 फीसदी बढ़ा था। बिजली क्षेत्र की वृद्धि दर फरवरी में धीमी पड़ी। विनिर्माण क्षेत्र में 23 में से 10 औद्योगिक समूहों की वृद्धि पिछले साल की तुलना में सकारात्मक रही।