यह भी पढ़ेंः- एक साल में भारत की विदेशी दौलत में जबरदस्त इजाफा, जानिए कितनी हो गई बढ़ोतरी
दिसंबर महीने में 68000 करोड़ रुपए का निवेश
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) भारतीय बजारों में लगातार तीसरे महीने शुद्ध लिवाल रहे और दिसंबर में 68,558 करोड़ रुपये निवेश किए। वैश्विक निवेशक उभरते बाजारों में निवेश बढ़ा रहे हैं और भारत उसमें से बड़ा हिस्सा हासिल करने में सफल रहा है। आंकड़ों के अनुसार विदेशी निवेशकों ने दिसंबर महीने में शेयरों में शुद्ध रूप से रिकॉर्ड 62,016 करोड़ रुपए का निवेश किया है। वहीं बांड में 6,542 करोड़ रुपए लगाए हैं। नेशनल सिक्योरिटीज डिपोजिटरी लिमिटेड द्वारा एफपीआई आंकड़ा उपलब्ध कराये जाने के बाद से इक्विटी खंड में यह सर्वाधिक निवेश है।
यह भी पढ़ेंः- बीते सप्ताह फिर हुआ रिलायंस को नुकसान, एचडीएफसी को हुआ सबसे ज्यादा फायदा
तीन महीनों में डेढ़ लाख करोड़ रुपए का निवेश
अगर बीते तीने महीनों की करें तो विदेश निवेश शेयर बाजार और बांड बाजार पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान रहे हैं। अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के महीने में विदेशी निवेशकों की ओर से 1.50 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया है। आंकड़ों के अनुसार नवंबर के महीने में नवंबर 62,951 करोड़ रुपए का निवेश किया था। जबकि अक्टूबर के महीने में 22,033 करोड़ रुपए का निवेश किया है। दिसंबर के 68,558 करोड़ रुपए का निवेश किया है। इन तीनों के जोड़ को देखा जाए तो 1,53,542 करोड़ रुपए बैठता है। जोकि काफी है।
विदेशी निवेशकों ने कुछ इस तरह किया निवेश और बिकवाली
महीना | निवेश/निकासी |
जनवरी | 12,123 |
फरवरी | 6,554 |
मार्च | -1,10,00 |
अप्रैल | -15,403 |
मई | -7,366 |
जून | 24,053 |
जुलाई | 3,301 |
अगस्त | 46,532 |
सितंबर | -7,783 |
अक्टूबर | 22,033 |
नवंबर | 62,951 |
दिसंबर | 68,558 |
पूरे साल इन चार महीनों में निकाले रुपए
विदेशी निवेशकों ने 2020 में सिर्फ 4 महीने ही निकासी की। जिसकी शुरूआत मार्च से हुई और मई तक जारी रही। इन तीनों महीनों में विदेशी निवेशकों ने 1.32 लाख करोड़ रुपए की निकासी की थी। मार्च में अकेले विदेशी निवेशकों ने रिकॉर्ड 1.10 लाख करोड़ रुपए निकाल लिए थे। अप्रैल में 15,403 और मई के महीने में 7,366 करोड़ रुपए शेयर और बांड बाजार निकाल लिए थे। उसके बाद लगातार निवेश हुआ और सितंबर के महीने में फिर से निवेशकोंं ने 7,783 रुपए की बिकवाली कर ली।