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भारत में क्रूड ऑयल के दाम में ऐतिहासिक बढ़त
आज भारत के वायदा बाजार में क्रूड ऑयल के दाम में जबरदस्त बढ़त देखने को मिली है। शाम पांच बजे मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज के बंद होने के बाद क्रूड ऑयल के दाम 26.59 फीसदी यानी 431 रुपए प्रति बैरल की बढ़ोतरी के साथ 2052 रुपए प्रति बैरल हो गए हैं। केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार इंटरनेशनल मार्केट की वजह भारतीय वायदा बाजार में क्रूड ऑयल के दाम में एक दिन की सबसे बड़ी तेजी देखने को मिली है। आज तक वायदा बाजार में क्रूड ऑयल के दाम में इतनी बड़ी तेजी देखने को नहीं मिली है।
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आज क्रूड ऑयल के दाम में देखने को मिल रही बढ़त
वहीं बात इंटरनेशनल मार्केट की बात करें तो मौजूदा समय में क्रूड ऑयल के दाम में करीब 9 फीसदी की बढ़त देखने को मिल रही है। ब्रेंट क्रूड का जून अनुबंध करीब 9 फीसदी की बढ़त के साथ 32.61 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहे हैं। जबकि गुरुवार को क्रूड ऑयल के दाम 36.29 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए थे। उसके बाद शुक्रवार सुबह के सत्र में ब्रेंट क्रूड ऑयल गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था। उसके बाद दोपहर से तेजी देखने को मिल रही है। वहीं बात अमरीकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) का मई अनुबंध की बात करें तो मौजूदा समय में करीब 5 फीसदी की बढ़त के साथ 26.55 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है।
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6 अप्रैल को होगी ओपेक की बैठक
ओपेक और रूस की अगुवाई वाले दूसरे क्रूड ऑयल उत्पादक देशों के समूह की बैठक सोमवार यानी छह अप्रैल को होगी। बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी। दुनिया के प्रमुख कच्चे तेल के उत्पादक सऊदी अरब ने गुरुवार को ओपेक तथा अन्य प्रमुख तेल निर्यातक देशों की बैठक बुलाने का आह्वान कर सभी को हैरान कर दिय थाा। रूस के साथ कीमत युद्ध के बीच घटाने की होड़ में लगे सऊदी अरब ने अब कहा है कि वह वह कच्चे तेल के बाजार में स्थिरता लाना चाहता है।
कुछ ऐसा था ट्रंप का ट्वीट
ट्रंप की मध्यस्थता से सऊदी अरब और रूस के बीच प्राइस वॉर खत्म होने की उम्मीद जग गई है। ट्रंप ने ट्वीट करके कहा है कि मैंने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस से बात की है। मुझसे चर्चा के बाद क्राउन प्रिंस ने रूस के राष्ट्रपति पुतीन से बात की है। मुझे उम्मीद है कि दोनों देश 1 करोड़ बैरल क्रूड प्रोडक्शन घटाएंगे। अगर ऐसा होता है तो ये ऑयल-गैस इंडस्टी के लिए अच्छा होगा।
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क्या कहते हैं जानकार
एजेंल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट कमोडिटी एंड रिसर्च अनुज गुप्ता ने कहा कि ट्रंप ने कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती को लेकर सउदी और रूस से बात करने का जिक्र अपने बयान में किया है, लेकिन उन्होंने खुद अमरीका में कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती को लेकर कुछ नहीं कहा है, इससे तेल बाजार को रूस और सउदी के बीच उत्पादन कटौती को लेकर समझौता होने पर संदेह को है। इसी वजह से सुबह के सत्र में तेल के दाम में कटौती देखने को मिली। उसके बाद दोबारा से दाम बढ़े हैं। वहीं डॉलर भी कच्चे तेल के दाम को सपोर्ट कर रहा है।