इक्विटी बाजार में उथल-पुथल और केंंद्रीय बैंकों ने की ब्याज दरों में कटौैती
कोरोनावायरस के गहराते संकट के चलते शेयर बाजारों में मची उथल-पुथल के बीच सोने के भाव में भी भारी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है और बीते एक महीने से सोने का भाव अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 1,704 डॉलर से लेकर 1,450 डॉलर प्रति औंस के बीच रहा है। भारत के वायदा बाजार में भी बीते एक महीने में सोने का भाव 38400 से लेकर 44,961 रुपए प्रति 10 ग्राम के बीच रहा है। मगर, बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संकट से निपटने के प्रयास में अमरीकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व समेत कई देशों के केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती की है, जिसका फायदा सोने को मिलेगा, जिससे आने वाले दिनों में पीली धातु में जबरदस्त तेजी देखने को मिल सकती है।
क्या कहते हैं जानकार
इंडिया बुलियन एंड ज्वलर्स एसोसिएशन के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता के अनुसार आने वाले दिनों में भारत में सोना 50,000 रुपए प्रति दस ग्राम के पार जा सकता है। सुरेंद्र मेहता का कहना है कि आर्थिक आंकड़ों में गिरावट आने से सोना निवेशकों की पहली पसंद बनेगा। वहीं दूसरी ओर केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि अक्षय तृतीया पर अगर सोना 50,000 रुपए के स्तर को तोड़ सकता है, वर्ना जून के आखिर तक पहुंच सकता है। अजय केडिया ने बताया कि मौजूदा समय में शेयर बाजार और सोने के भाव में गिरावट2008 की मंदी की तरह ही देखने को मिल रही है। जिसके बाद 2011 में सोना रिकॉर्ड स्तर 1,911.60 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया था। जबकि इस बार अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोना 2,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है।
आज घरेलू और इंटरनेशनल मार्केट में सोने के भाव
मंगलवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने के जून वायदा की कीमत 0.88 फीसदी की गिरावट के साथ 43,000 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। वहीं, चांदी के मई अनुबंध में 0.70 फीसदी की गिरावट के साथ के साथ 39,520 रुपए प्रति किलो पर बंद हुआ। वहीं, अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने के जून वायदे में पिछले सत्र से 8.05 डॉलर की कमजोरी के साथ 1,635.15 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था। वहीं, चांदी के मई अनुबंध में पिछले सत्र से 1.14 फीसदी की तेजी के साथ 14.29 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था।