यह भी पढ़ेंः- देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 74 और डीजल के दाम हुए 70 पार, इतनी बढ़ी कीमत
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 30 अगस्त, 2019 को सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों का विलय करने की घोषणा करने का विरोध करने समेत अपनी अन्य मांगों को लेकर बैंक अधिकारियों ने 26-27 सितंबर को हड़ताल पर जाने का ऐलान किया था। इससे इन दोनों दिन बैंकों में कामकाज ठप रहने वाला था। वहीं, 28 सितंबर को महीने का चौथा शनिवार होने के कारण बैंक बंद रहेंगे। 29 सितंबर को रविवार होने से बैंक बंद रहेंगे। इससे एटीम में नकदी का संकट रहने की आशंका बनी हुई थी।
यह भी पढ़ेंः- दो दिनों में निवेशकों ने कमाए इतने कि चांद पर छोड़े जा सकते हैं 1000 से ज्यादा चंद्रयान
प्रस्तावित विलय के तहत ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) और युनाइटेड बैंक का विलय पंजाब नेशनल बैंक के साथ किया जाना है। वहीं, यूनियन बैंक, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक को मिलाकर एक बैंक बनाने का प्रस्ताव है। इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक का विलय किया जाएगा। इसके अलावा, केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का विलय होगा।
यह भी पढ़ेंः- भारत को विशेष दर्जा वापस दिलाएगा ‘हाउडी मोदी’, तीन महीने पहले ट्रंप किया था बाहर
हालांकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के एक अधिकारी ने बताया था कि हड़ताल पर जाने से पहले ही बैंकों के सभी एटीएम में नकदी भर दिए जाएंगे, जिससे आम उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की परेशानी न आए। इसके बाद एक अक्टूबर को बैंकों में नियमित कामकाज होगा, लेकिन दो अक्टूबर को गांधी जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश होने के कारण बैंक फिर बंद रहेंगे।