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इसलिए कंपनी हो रही है डीलिस्ट
ऑल कार्गो कंपनी ने शेयर बाजार से डिलिस्ट होने का फैसला कर लिया है। कंपनी के इस कदम के अनुसार यह क्रेडिट मेट्रिक्स को बेहतर बनाने में मदद करेगा, ऋण दायित्वों के वित्तपोषण में सुधार करेगा, परिचालन में लचीलापन देगा, नई वित्तीय संरचनाओं की खोज करेगा और अनुपालन लागत में कटौती करेगा। कंपनी बोर्ड के सामने यह प्रस्ताव 27 अगस्त को रखा जाएगा। जानकारी के अनुसार प्रमोटर ग्रुप के सदस्यों के पास कंपनी के पेड-अप इक्विटी शेयर पूंजी के 70.01 फीसदी तक यानी कुल 17.2 करोड़ शेयर हैं। सार्वजनिक शेयरधारक 29.99 फीसदी है।
कंपनी के शेयरों में जबरदस्त इजाफा
वहीं कंपनी के इस फैसले से शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। कंपनी के शेयरों में आज 20 फीसदी का अपर सर्किट लगा है। मौजूदा समय में बीएसई में कंपनी का शेयर 21.80 रुपए की तेजी के साथ 130.80 रुपए पर कारोबार कर रहा है। खास बात तो यह है कि कंपनी का यह शेयर 52 हफ्तों की उंचाई पर पहुंच गया है। अभी कंपनी के शेयर में कारोबार बंद है। अपर सर्किट लगने के बाद कंपनी के शेयरों में कारोबार बंद हो जाता हैै। जबकि सोमवार को कंपनी का शेयर 109 रुपए पर बंद हुआ था।
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अडानी और वेदांता भी कर रहे हैं प्लानिंग
ऑल कार्गो अब प्राइवेट फर्म की ओर आगे बढ़ रही है। इसी के साथ वो दूसरी इंडियन कंपनियों की फेहरिस्त में आ गई है जो खुद बाजार से डिलिस्ट होने का प्लान बना रहे हैं। जानकारी के अनुसार वेदांता लिमिटेड, अडानी पॉवर लिमिटेड और हेक्सावेयर टेक्नोलॉजी के प्रमोटर्स का बाजारों से डिलिस्ट होने का प्रोसेस चल रहा है।