नेहरू बस स्टैंड से निकल रहे ईद के जुलूस में से किसी ने बड़े बालाजी मंदिर पर पत्थर फेंक दिया। इससे मंदिर में खड़ा पुजारी का एक सहयोगी घायल हो गया। मंदिर पर पत्थर फेंकने और पुजारी के सहयोगी के घायल हो जाने से लोग आक्रोशित हो गए।
हिंदू संगठन के पदाधिकारियों के साथ लोगों ने मंदिर के बाहर सड़क पर धरना दे दिया और नारेबाजी करने लगे। लोगों ने मंदिर पर पत्थर फेंकने वाले आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की। इधर विवाद मचते ही शहरभर के बाजारों में अधिकांश दुकानों की शटर गिर गई।
मंदिर के पुजारी शरद द्विवेदी ने बताया कि ईद का जुलूस निकलते वक्त हम मंदिर में ही बैठे थे। तभी जुलूस में से किसी ने पत्थर फेंके। एक पत्थर मेरे पास बैठे सहयोगी के सिर में जा लगा जिससे खून बहने लगा। एक पत्थर मेरे पैर में भी लगा। इतना ही नहीं, जब हमने विरोध जताया तो पत्थरों के साथ चप्पलें भी फेंकी।
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मंदिर पर पथराव से विवाद शुरु हो गया। पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर ईद के जुलूस को सुरक्षित पहुंचाया। इस बीच बड़ी संख्या में एकत्रित लोग काफी देर तक पुलिस से बहस करते रहे। लोगों ने सड़क पर ही बैठकर हनुमान चालीसा पाठ करना शुरु कर दिया।
बड़ी संख्या में एकत्रित हुए लोगों ने धरना दिया। इस बीच एक बाइक में भी आग लगा दी गई। घटना के बाद शहर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर हैं। इस बीच मंदिर के पुजारी की शिकायत पर शहर कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज किया है। एसपी आनंद के अनुसार असामाजिक तत्वों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।