यह पूरा मामला सीतामऊ तहसील के दलावदा गांव का है। यहां पर युवती 12 युवती ने घर से भागकर लव मैरिज कर ली थी। जिसके बाद सीतामऊ थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके लिए पुलिस ने युवती और प्रेमी को ढूंढ लिया था, लेकिन युवती ने कह दिया कि मैं बालिग हूं। मैं अपने लवर के साथ रहना चाहती हूं। यह मेरा खुद का फैसला है।
इधर परिजनों का कहना है कि उसे बहुत प्यार दिया। दो महीने वाली उसकी शादी होने वाली थी। इससे पहले ही उसने पास के गांव में रहने वाले एक युवक के साथ भागकर शादी कर ली। लड़की ने थाने में ये तक कह दिया कि मैं किसी को नहीं जानती हूं। मेरा कोई परिवार नहीं है। इधर, दादी ने पोती के पैर पकड़कर उसी लड़के से शादी करवाने के लिए कहा, लेकिन पोती ने दादी की एक नहीं सुनी।
परिजनों ने बांटे शोक संदेश के कार्ड
परिजनों के समझाने के बाद भी युवती नहीं मानी तो उसका क्रियाकर्म कार्यक्रम किया। जिसमें समाज के लोगों को शोक संदेश का कार्ड दिया गया। कार्यक्रम में करीब समाज के करीब 200 लोग शामिल हुए। सुबह क्रियाकर्म किया गया और फिर मृत्युभोज का कार्यक्रम शुरु हुआ। परिजनों ने शोक कार्यक्रम के बाद युवती से जुड़ी सभी चीजों को आग लगा दिया है।