इमोशनल बैलेंस रखें
यदि किसी कंपनी में लीडर हैं तो टीम की मन की स्थिति को समझना चाहिए। उनका इमोशनल बैलेंस बनाए रखना चाहिए। अगर आप में से कोई मैटर को पर्सनली ले रहा है तो उसे रोक देना चाहिए क्योंकि ऐसा होने पर लीडरशिप का खराब इंप्रेशन पड़ता है।
बातचीत का दायरा बढ़ाएं
पावर का झुकाव आपकी तरफ है। ऐसे में कलीग काम के चक्कर में दूसरे छोटे मुद्दोंं को इग्नोर कर सकता है। हर समस्या को सुलझाने के लिए अपने सभी कलीग्स के साथ डिस्कशन करें और बातचीत का दायरा बढ़ाने पर जोर दें।
किस्मत पर भरोसा
कई बार आपका इरादा नेक होता है पर आपका निर्णय और समझ कमजोर हो सकती है। अगर महसूस हो जाए कि आपने गलती की है तो वापसी के लिए जगह रखें। किसी की आलोचना करने से पहले फीडबैक देने के लिए इजाजत मांगें। किसी भी बहस में अपनी प्रोफेशनल सीमाओं को न लांघें। इससे आपके कॅरियर पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
तथ्यों की जांच करें
अपने कलीग्स और मेंबर्स के साथ डिस्कशन करने से पहले अपनी सोच का सही तरह से परीक्षण कर लें। तथ्यों पर मेरिट के आधार पर विचार करें। समझें कि तथ्यों के बारे में आपकी टीम के अलग-अलग सदस्य किस तरह से सोचते हैं। यदि आप स्वतंत्र रूप से अपनी स्थिति का दुबारा परीक्षण कर लेते हैं तो आप अपनी भावनाओं को अच्छी तरह से समझ जाते हैं। इससे आप समस्या का तेजी से समाधान कर सकते हैं।
नए आइडिया प्रमोट करें
लीडर के तौर पर कॅरियर में तेजी से ग्रोथ पढ़ सकते हैं। जब किसी विषय पर विचार करें तो इससे नए आइडियाज जनरेट करें। आइडिया को धीरे-धीरे विकसित करें। जिस कलीग ने सबसे पहले आइडिया दिया है, उसे प्रोत्साहित करें और नए आइडियाज के लिए कहें।