पहले समस्या को समझें:
अगर कोई बाधा या समस्या आई है तो पूरी तरह से इसे समझें। अगर आप समस्या को समझ लेते हैं तो यकीन मानिए आप उसके समाधान की ओर पहला कदम बढ़ा लेते हैं।
ऐसे करें हल: समस्या को समझने के बाद उसका हल निकालें। कई बार समाधान आसानी से नहीं निकलता है। ऐसे उस क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञ और सीनियर से बात कर सकते हैं। समस्या निजी जीवन से जुड़ी है तो घर के बुजुर्गों या किसी करीबी से सलाह ले सकते हैं।
ये बातें ध्यान रखें: समाधान लागू करने समय यह ध्यान रखें कि समाधान करने पर कहीं दूसरों के लिए तो कोई समस्या पैदा नहीं होगी।
तरक्की के रास्ते खोलती है: एक दिन में इस स्किल को नहीं विकसित किया जा सकता। इसलिए धीरे-धीरे खुद को इसके लिए तैयार करें। पिछले अनुभवों से सीख लें और समस्या का समाधान करने से पहले उसके फायदे-नुकसान पर गौर करें। इस तरह की आदत को अपने अंदर विकसित करें। यह आदत कैंडिडेट्स में लीडरशिप विकसित करती है और तरक्की का रास्ता खोलने का काम करती है।