वर्ष 2001 के दौरान कारा दिनभर में डाइट ड्रिंक के 10 कैन पी जाती थीं। तभी उन्हें अहसास हुआ कि आर्टिफिशियल तरीके से स्वीट बनाई गई ड्रिंक पीने से उनकी सेहत पर असर पड़ रहा है। उन्होंने मैन्युफैक्चर्ड सॉफ्ट ड्रिंक छोड़ केवल सादा पानी पीना शुरू कर दिया। स्वाद के लिए उसमें वह फलों का रस मिला लेती थीं। इससे उनकी सेहत भी सुधरी और उन्होंने अपना वजन भी घटा लिया।
इस अनुभव से उन्हें बिजनेस आइडिया आया कि क्यों न वह लोगों को फिर से पानी पीना पसंद करवा दें ताकि उन्हें ऐसी ड्रिंक न पीनी पड़ें। 2005 में उन्होंने फ्लेवर्ड वॉटर हिंट को आर्टिफिशियल स्वीट बेवरेज के ऑप्शन के तौर पर लॉन्च किया। इसमें पूरी तरह नैचुरल फ्रूट्स का फ्लेवर था। शुगर या किसी तरह का स्वीटनर भी नहीं मिलाया गया था।
अपनी बचत के पैसों से उन्होंने अपने किचन से फ्लेवर्ड वॉटर (ड्रिंक) की इस कंपनी को शुरू किया था। बिजनेस में उन्हें पति का साथ मिला। अपने बिजनेस के शुरुआती दौर में उन्होंने गूगल में जॉब के लिए इंटरव्यू दिया। इसी दौरान गूगल के एक अधिकारी ने सुझाव दिया कि वह अपने ड्रिंक को गूगल के ऑफिस में सप्लाई करे। उन्होंने ऐसा ही किया और यह सफल हो गया। अपने फ्लेवर्ड ड्रिंक की सफलता के बाद वह नैचुरल सनस्क्रीन प्रोडक्ट भी लेकर आई। उन्हें अब तक कई अवॉर्ड और रिकग्निशन भी मिल चुके हैं।