योग्यता
इस फील्ड में कॅरियर बनाने की बात करें तो 10वीं पास से लेकर 12वीं, बीटेक डिग्री वालों के अलावा डिप्लोमा धारी के लिए भी कई तरह के कोर्स उपलब्ध हैं। जैसे नॉटिकल साइंस, मरीन इंजीनियरिंग, ग्रेजुएट मेडिकल इंजीनियर आदि। इसमें कॅरियर बनाने के लिए अभ्यर्थी की आयु सीमा 16 से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
यहां काम करने का अवसर
ज्यादातर नौकरियों के अवसर जहाज के तीन विभागों -नॉटिकल (डेक), इंजीनियरिंग और कैटरिंग के लिए निकलते हैं। इसके अलावा 10वीं पास करने के बाद अभ्यर्थी प्री-सी ट्रेनिंग, रेडियो ऑफिसर, इलेक्ट्रिकल ऑफिसर, नॉटिकल सर्वेयर, पायलट ऑफ शिप, कप्तान और उप कप्तान आदि के रूप में भी कार्य कर सकते हैं।
प्रमुख पाठ्यक्रम
स्टूडेंट मरीन इंजीनियरिंग व नेवल आर्किटेक्चर एंड शिप बिल्डिंग में बीटेक, नॉटिकल साइंस, मैरीटाइम साइंस व शिप बिल्डिंग एंड रिपेयर्स में बीएससी, नॉटिकल साइंस में डिप्लोमा, मरीन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा/ एमटेक और इन सभी विषयों में पीजी डिप्लोमा कर सकते हैं।
यहां से ले सकते हैं शिक्षा