उनका जन्म बेहद ही सामान्य परिवार में हुआ। पिता के निधन के बाद पूरे परिवार की जिम्मेदारी संजय पर आ गई। घर में आय का स्रोत सिर्फ मां को मिलने वाली पेंशन ही था। ऐसे में पूरे परिवार का पालन-पोषण करने के लिए संजय ने प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनी में जॉब की।
वह जीवन में कुछ बड़ा काम करना चाहते थे, लिहाजा उन्होंने छोटी-मोटी जॉब का मोह त्याग दिया और खुद का व्यवसाय करने की तैयारियों में जुट गए। अपने कुछ साथियों से सलाह-मशविरा करने के बाद उन्होंने सर्विस सेक्टर में उतरने का मानस बनाया। फिर उन्होंने फ्रंटलाइन बिजनेस सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की शुरुआत की। हालांकि शुरुआत में परेशानियां आईं लेकिन धीरे-धीरे मार्केट का भरोसा उनकी कंपनी की सर्विस पर होने लगा।
एक के बाद एक नए क्लाइंट और कंपनियां उनसे जुडऩे लगी। निजी सुरक्षा गार्ड के साथ-साथ टेलीकॉम सेक्टर में भी उन्हें काम मिलने लगा। उनके दृढ निश्चय का ही नतीजा है कि वह लगातार प्रगति के पथ पर आगे बढ़ते रहे और उनकी कंपनी के ऑफिस लगभग सभी राज्यों में स्थापित हो गए।
इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट फेसिलिटी और सिक्योरिटी सर्विसेज प्रोवाइड करवाने वाली उनकी कंपनी आज करोड़ों की है और हजारों लोग इसमें जॉब करते हैं। उनका मानना है कि अगर दृढ निश्चय हो तो कोई भी कठिनाई आपको डिगा नहीं सकती है। ध्यान रखें कि अपने लक्ष्य पर नजर रखकर प्रयास करते रहें तो, कामयाबी आपको जरूर मिलेगी।