बेसिक चिप बनाने की शुरुआत
ईबेन अप्टन अपनी कंपनी के लिए चिप डिजाइन के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। उन्होंने 2006 में एक मशीन बनाई जो कम्प्यूटर का काम कर सके, लेकिन वह उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। बाद में उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एलन मायक्रॉफ्ट, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर पीट लोमास व अन्य साथियों के साथ मिलकर ऐसी बेसिक चिप बनाने की शुरुआत की जो बच्चों के कम्प्यूटर के रूप में काम करे।
मिनी कम्प्यूटर जैसा है
वर्ष 2011 में उन्होंने अपना पहला कामयाब डिजाइन रेस्पबेरी पाई के रूप में पेश किया। इसके बाद इसमें लगातार सुधार किए गए और आज रेस्पबेरी पाई लैपटॉप और डेस्कटॉप कम्प्यूटर्स के बाद तीसरा सबसे ज्यादा बिकने वाला मिनी कम्प्यूटर सर्किट बोर्ड बन चुका है। यह कई कामों में इस्तेमाल किया जा रहा है। हम कह सकते हैं कि आज जो कुछ भी मिनी कम्प्यूटर जैसा हम देख रहे हैं, वह सब कुछ रेस्पबेरी पाई की बदौलत ही है।
2011 में हुआ चमत्कार
अप्टन और उनके सहयोगी अपने प्रोजेक्ट को लेकर काफी आशान्वित थे। उन्होंने अपने प्रोजेक्ट का एक वीडियो बनाया और यूट्यूब पर पोस्ट कर दिया। साथ ही उन्होंने 35 डॉलर में इस मशीन को बेचने की भी घोषणा की। इतना सुनते ही लोगों का ध्यान उनके इस नए प्रॉडक्ट पर गया और लाखों लोगों ने उनका उत्साह बढ़ाया। सकारात्मक रेस्पॉन्स के चलते उन्होंने जल्द ही इसे बाजार में लॉन्च कर दिया और कुछ ही दिनों में उनके पास 1,00,000 से ज्यादा ऑडर्स आ गए। तब से अब तक रेस्पबेरी पाई के करोड़ों मॉडल्स बिक चुके हैं।
क्या है रेस्पबेरी पाई
रेस्पबेरी पाई एक इलेक्ट्रॉनिक सर्किट बोर्ड होता है, जिस पर कम्प्यूटिंग में काम आने वाले इक्विपमेंट्स के लिए कनेक्टर्स तथा पोर्ट्स बने होते हैं। एक आम कम्प्यूटर की ही तरह इसमें भी प्रोसेसर, रैम, ऑडियो-वीडियो पोट्र्स तथा डेटा स्टोरेज के लिए स्पेस होता है। इस बोर्ड में 700 मेगाहर्ट्ज से लेकर 1.4 गीगाहट्र्स कैपेसिटी का प्रोसेसर होता है। इसमें 256 एमबी से लेकर 1 जीबी तक रैम होती है। इसमें चार यूएसबी पोट्र्स आती हैं। इसमें ईथरनेट, वाई-फाई और ब्लूटूथ कनेक्टिविटी के जरिए इंटरनेट चलाया जा सकता है।
कैसे पड़ा रेस्पबेरी पाई नाम
अप्टन की टीम अपने इस नए और अनूठे प्रोजेक्ट पर काम कर रही थी, तब उन्होंने अपने प्रोजेक्ट को पाई नाम दिया था। उन दिनों अमरीका में बहुत सी कम्प्यूटर कंपनियों के नामकरण फलों के नाम पर किए गए थे इसलिए अप्टन को ये नाम जंच नहीं रहा था। ऐसे में उन्होंने अपने इस मिनी कम्प्यूटर प्रोजेक्ट के नाम में रेस्पबेरी शब्द जोड़ते हुए इसे रेस्पबेरी पाई नाम दिया। यह नाम काफी मशहूर हुआ।
एक्सेसरीज जोड़ सकते हैं
इसे एचडीएमआई पोर्ट के जरिए किसी भी स्मार्ट टीवी या मॉनीटर से जोड़ कर एचडी और फुल एचडी वीडियो का आनंद ले सकते हैं। इसमें ऑडियो के लिए 3.5 मिमी की जैक आती है जिससे आप हैडफोन कनेक्ट कर सकते हैं। डेटा स्टोरेज के लिए कुछ मॉडल्स में 2 जीबी से लेकर 32 जीबी तक की स्पेस मिलती है। आप एसडी कार्ड के जरिए डेटा स्टोरेज 256 जीबी तक बढ़ा सकते हैं। यदि आप कोई एक्सेसरीज जैसे सेंसर या कैमरा जोडऩा चाहते हैं तो उसके लिए भी इसमें ऑप्शन्स मौजूद हैं।
कहां से खरीदें रेस्पबेरी पाई
रेस्पबेरी पाइ सर्किट बोर्ड आपको बाजार में नहीं मिलेगा। इसको आप ऑनलाइन खरीद सकते हैं। ई-कॉमर्स वेबसाइट (अमेजन, ईबे, फ्लिपकार्ट, अलीबाबा आदि) पर जाकर 25 से 45 अमरीकी डॉलर में खरीद सकते हैं। निर्देश पुस्तिका के निर्देशों को पालन करते हुए घर पर ही रेस्पबेरी पाई मशीन बना सकते हैं। इसके लिए यूएसबी कीबोर्ड, माउस तथा मॉनीटर के लिए स्मार्ट टीवी या मॉनिटर की जरूरत पड़ती है।
ऑपरेटिंग सिस्टम
इसके लिए कंपनी ने लाइनेक्स बेस्ड ऑपरेटिंग सिस्टम बनाया हैं, जिसे डाउनलोड कर इंस्टॉल कर सकते हैं। यदि इस पर काम करने में असहज महसूस करते हैं तो लाइनेक्स के दूसरे वर्जन जैसे उबन्टू, फेडोरा, काली लाइनेक्स, ओपनस्यूज, आर्च लाइनेक्स अथवा एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ-साथ विंडोज 10 का आईओटी वर्जन भी इंस्टॉल कर सकते हैं। ये सभी ऑपरेटिंग सिस्टम फ्री हैं और इंस्टॉल करने में भी आसान हैं।
कहां होता है प्रयोग
आज हम अपने घरों में जो भी ऑटोमैटेड गैजेट्स देख रहे हैं, इंटरनेट कनेक्टेड इक्विपमेंट्स काम में ले रहे हैं, उन सभी में रेस्पबेरी पाई का बोर्ड होता है। हाल ही में नासा ने अपने ओपनसोर्स रोवर प्रोजेक्ट को पूरी तरह से रेस्पबेरी पाई 3 सर्किट का प्रयोग कर बनाया है, जिसे दूसरे ग्रहों तथा उपग्रहों पर अध्ययन के लिए प्रयोग किया जाएगा।
सॉफ्टवेयर
रेस्पबेरी पाई मशीन पर किसी भी सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल किया जा सकता है। यहां तक कि इस मशीन का प्रयोग 3 डी प्रिंटिंग में भी किया जाता है। इस मशीन में सी प्लस प्लस इंस्टॉल कर आप नया प्रोग्राम बना सकते हैं। गणित की जटिल गणनाओं के लिए आप इस पर मैथेमेटिका अथवा वोलफ्रोम लैंग्वेज भी इंस्टॉल कर सकते हैं। इनके अलावा भी सॉफ्टवेयर्स की एक बहुत लंबी लिस्ट है जिन्हें आप रेस्पबेरी पाई मशीन पर इंस्टॉल कर सकते हैं। अगर आप अपनी मशीन पर कोई नई एक्सेसरीज जैसे इंफ्रारेड कैमरा, सेंसर अथवा कुछ और जोड़ रहे हैं तो उसके लिए आवश्यक सॉफ्टवेयर और ड्राइवर भी इंस्टॉल कर सकते हैं।
रोबोटिक्स का है महत्वपूर्ण पार्ट
इंटरनेट ऑफ थिंग्स के साथ ही रेस्पबेरी पाई मशीन रोबोटिक्स का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई हैं। इस मशीन का प्रयोग कम बजट के रोबोट्स बनाने में किया जा रहा है। इन रोबोट्स को इंडस्ट्री या घरों में प्रयोग किया जा सकता है। स्कूलों में भी बच्चों को एजुकेशन देने और उन्हें कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग्स की जानकारी देने के लिए इस मशीन का प्रयोग किया जा रहा है।