दस साल बाद की ऑफलाइन में शुरुआत
स्पोर्ट्स सेगमेंट की जानी-पहचानी अमरीकन कंपनी ‘अंडर ऑर्मर’ ने दस साल बाद अपना पहला रिटेल स्टोर खोला था। वर्ष 1996 में शुरुआत के बाद कंपनी ने 2007 में ब्लाटिमोर में स्टोर खोलकर सभी को चौंका दिया था क्योंकि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर कंपनी अच्छा परफॉर्म कर रही थी। फिर भी वह ऑफलाइन बिजनेस की तरफ गई। कंपनी को इसका फायदा भी मिला ना केवल उसका मार्केट बेस बढ़ा अपितु दुनिया के कई देशों में उसके रिटेल स्टोर खुले। आज ‘अंडर ऑर्मर’ के कनाडा और चीन सहित कई देशों में स्टोर हैं। इसलिए यदि आप भी स्टार्टअप आइडिया को ऑफलाइन ले जाना चाहते हैं ऐसी कंपनियों के सक्सेस मॉडल को अच्छे से समझकर अपना भी सकते हैं।
स्पोर्ट्स सेगमेंट की जानी-पहचानी अमरीकन कंपनी ‘अंडर ऑर्मर’ ने दस साल बाद अपना पहला रिटेल स्टोर खोला था। वर्ष 1996 में शुरुआत के बाद कंपनी ने 2007 में ब्लाटिमोर में स्टोर खोलकर सभी को चौंका दिया था क्योंकि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर कंपनी अच्छा परफॉर्म कर रही थी। फिर भी वह ऑफलाइन बिजनेस की तरफ गई। कंपनी को इसका फायदा भी मिला ना केवल उसका मार्केट बेस बढ़ा अपितु दुनिया के कई देशों में उसके रिटेल स्टोर खुले। आज ‘अंडर ऑर्मर’ के कनाडा और चीन सहित कई देशों में स्टोर हैं। इसलिए यदि आप भी स्टार्टअप आइडिया को ऑफलाइन ले जाना चाहते हैं ऐसी कंपनियों के सक्सेस मॉडल को अच्छे से समझकर अपना भी सकते हैं।
मिंत्रा भी अब ऑफलाइन
फ्लिपकार्ट की फैशन ब्रांच मिंत्रा ने भी ऑनलाइन सक्सेस के बाद ऑफलाइन स्टोर की शुरुआत की है। मिंत्रा ने बार्सिलोना के फैशन ब्रांड मैंगो के साथ स्टोर खोले हैं। मिंत्रा के मैंगो की पार्टनरशिप में फिलहाल 12 स्टोर हैं, जबकि 3 स्टोर उसके प्राइवेट ब्रांड रोडस्टार के नाम से हैं। वॉलमॉर्ट के स्वामित्व वाली मिंत्रा के और शहरों में स्टोर खोलने की योजना है।
फ्लिपकार्ट की फैशन ब्रांच मिंत्रा ने भी ऑनलाइन सक्सेस के बाद ऑफलाइन स्टोर की शुरुआत की है। मिंत्रा ने बार्सिलोना के फैशन ब्रांड मैंगो के साथ स्टोर खोले हैं। मिंत्रा के मैंगो की पार्टनरशिप में फिलहाल 12 स्टोर हैं, जबकि 3 स्टोर उसके प्राइवेट ब्रांड रोडस्टार के नाम से हैं। वॉलमॉर्ट के स्वामित्व वाली मिंत्रा के और शहरों में स्टोर खोलने की योजना है।
इंडियन कंपनी ने भी चौंकाया
ऑनलाइन बिजनेस से शुरुआत करने वाली इंडियन आइवियर कंपनी ‘लेंसकार्ट’ ने भी ऑफलाइन बिजनेस मॉडल को अपनाया। वर्ष 2010 में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से कंपनी की शुरुआत हुई। लेकिन जल्द ही इसके फाउंडर इसे ऑफलाइन बिजनेस की ओर भी ले गए। ऑफलाइन मॉडल सक्सेसफुल साबित हुआ है और नतीजतन आज कंपनी के 300 से अधिक स्टोर है। इनकी संख्या में बढ़ोतरी भी हो सकती है। कंपनी के फाउंडरों के अनुसार आने वाले दिनों में देश में ओर 400 स्टोर खोलने की कंपनी की योजना है। ‘लेंसकार्ट’ एक बड़ा उदाहरण है यंग एंटरप्रेन्योर के लिए जो सक्सेसफुल होने के बाद इंटरनेट बिजनेस मॉडल को ही फॉलो करते हैं।
ऑनलाइन बिजनेस से शुरुआत करने वाली इंडियन आइवियर कंपनी ‘लेंसकार्ट’ ने भी ऑफलाइन बिजनेस मॉडल को अपनाया। वर्ष 2010 में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से कंपनी की शुरुआत हुई। लेकिन जल्द ही इसके फाउंडर इसे ऑफलाइन बिजनेस की ओर भी ले गए। ऑफलाइन मॉडल सक्सेसफुल साबित हुआ है और नतीजतन आज कंपनी के 300 से अधिक स्टोर है। इनकी संख्या में बढ़ोतरी भी हो सकती है। कंपनी के फाउंडरों के अनुसार आने वाले दिनों में देश में ओर 400 स्टोर खोलने की कंपनी की योजना है। ‘लेंसकार्ट’ एक बड़ा उदाहरण है यंग एंटरप्रेन्योर के लिए जो सक्सेसफुल होने के बाद इंटरनेट बिजनेस मॉडल को ही फॉलो करते हैं।
डेनिम कंपनी रिप्ले ने भी की ऑफलाइन शुरुआत
इटली की डेनिम कंपनी रिप्ले भी इंडिया में ऑफलाइन बिजनेस की शुरुआत करने जा रही हैं। ब्रांड को यहां अच्छी पहचान मिलने के बाद कंपनी ने रिलायंस ब्रांड के साथ डील की है, जिसके बाद वह जल्द ही कंपनी मुम्बई से अपने ऑफलाइन बिजनेस की शुरुआत करेगी।
इटली की डेनिम कंपनी रिप्ले भी इंडिया में ऑफलाइन बिजनेस की शुरुआत करने जा रही हैं। ब्रांड को यहां अच्छी पहचान मिलने के बाद कंपनी ने रिलायंस ब्रांड के साथ डील की है, जिसके बाद वह जल्द ही कंपनी मुम्बई से अपने ऑफलाइन बिजनेस की शुरुआत करेगी।
इन बातों का रखें ध्यान
यंग एंटरप्रेन्योर के लिए ऑनलाइन से ऑफलाइन बिजनेस में जाना इतना आसान नहीं होगा क्योंकि ऑफलाइन बिजनेस के लिए काफी इंवेस्टमेंट की आवश्यकता होती है। वहीं यदि आपने सही बिजनेस मॉडल को नहीं अपनाया तो आपको आर्थिक नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा आपके प्रोडक्ट की ऑनलाइन मांग कितनी है इसी रिसर्च को बेस बनाकर आप कोई निर्णय करें। विशेष बात यह है कि मिंत्रा या लेंसकार्ट जैसे सक्सेसफुल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को भी ऑफलाइन बिजनेस में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन मार्केट बेस बढ़ाने और अपने प्रोडेक्ट को छोटे शहरों तक पहुंचाने के लिए ऑफलाइन बिजनेस मॉडल पर विचार जरूर करना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार साइड स्विच करने में धैर्य और प्लानिंग की खासी जरूरत होती है, ऐसे में जल्दबाजी आपको नुकसान दे सकती है।
यंग एंटरप्रेन्योर के लिए ऑनलाइन से ऑफलाइन बिजनेस में जाना इतना आसान नहीं होगा क्योंकि ऑफलाइन बिजनेस के लिए काफी इंवेस्टमेंट की आवश्यकता होती है। वहीं यदि आपने सही बिजनेस मॉडल को नहीं अपनाया तो आपको आर्थिक नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा आपके प्रोडक्ट की ऑनलाइन मांग कितनी है इसी रिसर्च को बेस बनाकर आप कोई निर्णय करें। विशेष बात यह है कि मिंत्रा या लेंसकार्ट जैसे सक्सेसफुल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को भी ऑफलाइन बिजनेस में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन मार्केट बेस बढ़ाने और अपने प्रोडेक्ट को छोटे शहरों तक पहुंचाने के लिए ऑफलाइन बिजनेस मॉडल पर विचार जरूर करना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार साइड स्विच करने में धैर्य और प्लानिंग की खासी जरूरत होती है, ऐसे में जल्दबाजी आपको नुकसान दे सकती है।